बिलासपुर। सरकंडा पुलिस ने नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी ठेकेदार को गिरफ्तार किया है। कोनी में रहने वाले सिम्स के वार्ड ब्वाय ने अपने भाई की रेलवे में नौकरी लगाने के लिए ठेकेदार को तीन लाख 50 हजार रुपये दिए थे। रुपये लेने के बाद ठेकेदार ने उन्हें फर्जी ज्वाइनिंग लेटर की फोटोकापी देकर उसे गुमराह किया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
कोनी के बरपारा में रहने वाले अनुराग पांडेय(28) ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। उन्होंने पुलिस को बताया कि 2019 में उनकी पोस्टिंग रायगढ़ में थी। इस दौरान वे ट्रेन से आना-जाना करते थे। इसी दौरान उनकी जान-पहचान सरकंडा के विजयापुरम में रहने ठेकेदार रामस्वामी मुत्तु सुब्रमणियम (58) से हुई। इसका फायदा उठाते हुए ठेकेदार ने उसके पूरे परिवार की जानकारी ले ली।
इसी बीच उसने अनुराग के भाई अभिनव पांडेय की रेलवे में नौकरी लगवाने की बात कही। इसके लिए उसने तीन लाख 50 हजार रुपये की जरूरत बताई। अपने भाई की नौकरी लिए अनुराग अक्टूबर 2019 में रुपये लेकर ठेकेदार के विजयापुरम स्थित मकान में गया। उसने ठेकेदार की पत्नी सुब्रमणियम राजेश्वरी अय्यर के सामने रुपये दिए। इसके बाद भी उनके भाई की रेलवे में नौकरी नहीं लग सकी। वे ठेकेदार से इस संबंध में जानकारी लेने के लिए गए।
इस पर ठेकेदार ने एक-दो महीने रुकने के लिए कहा। जून 2021 में उसने एक ज्वाइनिंग आर्डर की फोटोकापी दी। रेलवे कार्यालय में इसकी जानकारी लेने पर धोखाधड़ी की जानकारी हुई। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में की। पुलिस ने आरोपित को उसके ठिकाने पर दबिश देकर गिरफ्तार किया है। आरोपित ने पूछताछ में रुपये लेना स्वीकार किया है। आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया है।