दुर्ग। दुर्ग में खुद को ED का अधिकारी बताकर कारोबारी विनीत गुप्ता से 2 करोड़ रुपए ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन पूछताछ के बाद इनमें से 2 लोगों को छोड़ दिया गया। अभी नागपुर के एक आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि वो जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।
मोहन नगर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, फर्जी ईडी की टीम बनाकर 5 लोग काले रंग की स्कॉर्पियों से मंगलवार दोपहर दुर्ग के पारख कॉम्प्लेक्स पहुंचे थे। आरोपियों ने सफेद शर्ट और खाकी रंग की पैंट और पुलिस की तरह लाल रंग के जूते पहन रखे थे। वो सीधे पैडी प्रोसेसिंग का काम करने वाले व्यापारी विनीत गुप्ता के ऑफिस पहुंचे और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया। उन्होंने खुद को ईडी का अधिकारी बताया और कहा कि उन्हें शिकायत मिली है कि वो टैक्स की बड़ी चोरी करता है और बड़ी मात्रा में कैश छिपाकर रखा है। इससे विनीत घबरा गया।
आरोपियों ने विनीत के ऑफिस की तलाशी ली और कुछ दस्तावेज देखे। उन्हें वहां 2 करोड़ रुपए कैश मिला। आरोपियों ने उसकी जब्ती बनाने की बात कहते हुए नगद को गाड़ी में रखा और वहां से फरार हो गए। इसके बाद विनीत गुप्ता रेड के बारे में पता लगाने के लिए मोहन नगर थाने पहुंचा। दो करोड़ रुपए कैश ले जाने की बात सुनते ही हड़कंप मच गया। मोहन नगर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मोहन नगर पुलिस के मुताबिक, प्राथमिक जांच में पता चला है कि विनीत गुप्ता टैक्स की चोरी करता था। वो इतनी बड़ी रकम किसी दूसरे व्यापार या प्रॉपर्टी डीलिंग में इनवेस्ट करना चाहता था। उसकी पार्टी से डीलिंग होने वाली थी, उन्हीं को देने के लिए उसने 2 करोड़ रुपए अपने ऑफिस में रखे थे। इससे पहले कि डील होती, 5 ठग ईडी अधिकारी बनकर वहां पहुंच गए और कैश लेकर चलते बने।
थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने बताया कि अभी जांच चल रही है। ये तो नहीं बताया जा सकता है कि विनीत किस काम में इतनी बड़ी रकम लगाने वाले थे और किसे इतने पैसे देने वाले थे। उन्होंने दूसरी पार्टी पर भी ठगी का शक जताया। उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टी को पता था कि विनीत ने अपने ऑफिस में इतना कैश रखा हुआ है। फिलहाल पुलिस इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि वो जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे।