रायपुर. कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) में पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष स्थाई सदस्य होंगे. इसके लिए पार्टी के संविधान में संशोधन किया जाएगा. स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में अंबिका सोनी की अध्यक्षता वाली संविधान संशोधन समिति ने 16 प्रावधान और 32 नियमों को बदलने का प्रस्ताव रखा है. इसमें पूर्व पीएम और पूर्व अध्यक्ष की स्थाई सदस्यता का भी प्रस्ताव शामिल है.
एआईसीसी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने मीडिया से चर्चा में इस बात की पुष्टि की है. इस प्रस्ताव को इसलिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि सोनिया गांधी और राहुल गांधी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. इस संशोधन के बाद उनकी स्थाई सदस्यता होगी. यानी भविष्य में सीडब्ल्यूसी के चुनाव के फैसले की स्थिति में भी वे स्थाई सदस्य बने रहेंगे.
सीडब्ल्यूसी में इन्हें मौका
कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी में एक और महत्वपूर्ण प्रस्ताव सामने आया है. इसके मुताबिक अब सीडब्ल्यूसी में दलित, आदिवासी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिला और युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. संविधान संशोधन में यह स्पष्ट किया जाएगा कि सीडब्ल्यूसी में कितनी संख्या में दलित, आदिवासी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिला और युवा होंगे.
नव संकल्प शिविर पर अमल
उदयपुर नव संकल्प शिविर में कांग्रेस ने जो प्रस्ताव पारित किए थे, उन्हें भी संविधान संशोधन में शामिल किया जाएगा. इसमें 50 प्रतिशत पदों पर युवाओं की भागीदारी, चुनाव में 50 प्रतिशत युवाओं को टिकट, एक व्यक्ति एक पद और एक परिवार एक टिकट जैसे प्रस्ताव शामिल हैं. हालांकि एक परिवार एक टिकट के प्रस्ताव के पीछे पैराशूट लैंडिंग को रोकने की कवायद होगी. पार्टी में पांच साल तक काम करने वाले ही नेता पुत्र को टिकट दिया जाएगा. बुजुर्गों के चुनाव लड़ने की उम्र सीमा भी तय की जा सकती है.