LIC Dividend: कुछ ही समय हुआ है जब देश में नई बनने वाली सरकार के लिए रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से 2.11 लाख करोड़ रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया गया था. अब सरकार के लिए एक और राहत वाली खबर है. जी हां, एलआईसी (LIC) की तरफ से सरकार को 3,662 करोड़ रुपये का डिविडेंड का भुगतान किया जाएगा. भारत सरकार को डिविडेंड का भुगतान भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर होने के नाते किया जा रहा है. देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी ने एक दिन पहले 6 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड देने की घोषणा की थी. सरकार के पास फिलहाल एलआईसी में 96.5% की हिस्सेदारी है.
क्यों मिल रहा डिविडेंड
LIC ने फाइनेंशियल ईयर 2023-24 की मार्च तिमाही के लिए नेट प्रॉफिट में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है. इसके साथ एलआईसी (LIC) का प्रॉफिट बढ़कर 13,762 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. पिछले साल की इसी तिमाही में एलआईसी को 13,421 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था. कंपनी की तरफ से बताया गया कि वित्त वर्ष 2024 की अंतिम तिमाही में सुधार हुआ है. इसके बाद इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से 6 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड देने का ऐलान किया गया.
13,810 करोड़ रुपये की आमदनी
एलआईसी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि उसकी कुल आमदी फाइनेंशियल ईयर 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में बढ़कर 2,50,923 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले साल की इसी तिमाही में 2,00,185 करोड़ रुपये थी. कंपनी की पहले साल की प्रीमियम आय भी मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही में सुधरकर 13,810 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 12,811 करोड़ रुपये थी. पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में एलआईसी का शुद्ध लाभ 40,676 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 36,397 करोड़ रुपये था.
2023-24 में 4 रुपये का अंतरिम डिविडेंड दिया
एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने 2023-24 के लिए छह रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड की सिफारिश की है. यह शेयरहोल्डर की मंजूरी पर निर्भर है. इससे पहले, कंपनी ने 2023-24 में चार रुपये का अंतरिम डिविडेंड दिया था. मोहंती ने कहा कि अंतरिम और अंतिम डिविडेंड को मिलाकर यह 10 रुपये प्रति शेयर बनता है. वित्तीय आंकड़ों पर मोहंती ने कहा, ‘…हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है. अब हम सभी कैटेगरी में अपनी बाजार हिस्सेदारी को अधिकतम करने के पर ध्यान दे रहे हैं. साथ ही, हमारा ध्यान अलग-अलग मापदंडों पर है, जो सभी संबंधित पक्षों के लिए बेहतर मूल्य बनाते हैं.’