वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पद्मश्री कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे को दी श्रद्धांजलि, कहा – “छत्तीसगढ़ की साहित्यिक आत्मा को खो दिया”

रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध हास्य कवि और पद्मश्री सम्मानित डॉ. सुरेंद्र दुबे के निधन पर राज्य भर में शोक की लहर है। रविवार को वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने रायपुर स्थित निवास पहुंचकर डॉ. दुबे के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

शोक संतप्त परिजनों से मिले मंत्री, दिया ढांढस

मंत्री ओपी चौधरी ने डॉ. दुबे के परिजनों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और उन्हें इस दुख की घड़ी में ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा –

“डॉ. सुरेंद्र दुबे छत्तीसगढ़ की माटी के ऐसे सपूत थे, जिन्होंने शब्दों की ताकत से समाज में हँसी, व्यंग्य और उम्मीद का संचार किया।”

छत्तीसगढ़ी साहित्य और संस्कृति के प्रखर प्रतिनिधि

ओपी चौधरी ने कहा कि डॉ. दुबे ने छत्तीसगढ़ी भाषा, संस्कृति और हास्य साहित्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गौरव दिलाया। वे न सिर्फ एक कवि, बल्कि छत्तीसगढ़ की साहित्यिक आत्मा थे, जिनका योगदान हमेशा प्रेरणास्त्रोत बना रहेगा।

ACI में हुआ था निधन, पूरे प्रदेश में शोक की लहर

गौरतलब है कि डॉ. सुरेंद्र दुबे का शनिवार को रायपुर के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (ACI) में निधन हो गया था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से साहित्य, कला और संस्कृति जगत में अपूरणीय क्षति हुई है।
छत्तीसगढ़ के अलावा पूरे देशभर के साहित्यप्रेमियों और प्रशंसकों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।

जीवन भर हास्य को बनाया माध्यम, छोड़ी गहरी छाप

डॉ. दुबे ने हास्य और व्यंग्य को समाज परिवर्तन का औजार बनाया। उन्होंने मंचीय कविता के माध्यम से जनमानस में सकारात्मक सोच और व्यंग्यात्मक चेतना का संचार किया। पद्मश्री सम्मान उनकी साहित्यिक साधना का राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान था।

ओपी चौधरी का भावपूर्ण संदेश

“डॉ. दुबे का जाना, छत्तीसगढ़ ने अपनी आवाज और आत्मा का एक अनमोल हिस्सा खो दिया है।”

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