दुर्ग / कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक में समय-सीमा प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने लंबित प्रकरणों के निराकरण में विभागीय प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। वहीं अनुमति लिए बगैर मुख्यालय से बाहर रहने वाले व बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बिना अनुमति लिए कोई भी अधिकारी मुख्यालय न छोड़े।
कलेक्टर ने नगरीय निकायों में मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए क्रियान्वित फाइट द बाइट की नगरीय निकायवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया जैसी बीमारियां मच्छरों से फैलती है।
मच्छरों के लार्वा को पनपने के पहले ही इसकी रोकथाम की पहल होनी चाहिए। इसके लिए सभी नगरीय निकायों में कार्ययोजना प्रस्तावित कर कार्य संपादित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि फाइट द बाइट के सफल क्रियान्वयन हेतु जनसहयोग अथवा एनसीसी, एनएसएस, दुर्ग युवोदय के युवाओं की भी सहभागिता ली जाए।
इसी प्रकार जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन हेतु कैच द रेन की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि बारिश के पानी को व्यर्थ बहने से रोक कर इसका संचयन जरूरी है। उन्होंने नगरीय निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बोरवेल, रिचार्ज पिट, तालाबों की सफाई, हैंडपंप के समीप सोख्ता गड्ढा निर्माण, शासकीय भवनों के साथ-साथ निजि भवनों में भी वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जानकारी ली। उन्होंने जल स्त्रोत के समीप स्वच्छता बनाए रखने कैना प्लांट लगाने पर जोर दिया।
कलेक्टर ने जल संचयन हेतु शहरों के पुराने कुओं की सफाई कर सुरक्षा की दृष्टि से जाली से कव्हर करने अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने पीएचई विभाग के अधिकारियों को जिले में निर्मित सभी जल स्त्रोतों के पास रिचार्ज स्ट्रक्चर बनाने के निर्देश दिए। अतिक्रमण की कार्यवाही की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही बारिश से पहले पूर्ण कर लिया जाए।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने जिले में आयुष्मान कार्ड निर्माण एवं पीवीसी कार्ड वितरण की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों को चिकित्सा सुविधा महैया कराने प्रत्येक परिवार के सभी सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। उन्होंने बनाए गए आयुष्मान कार्ड के वितरण हेतु आवश्यक पहल करने सीएमएचओ को निर्देशित किया।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने 26 जून से प्रारंभ शिक्षा सत्र के दौरान अधिकारियों को भी संबंधित क्षेत्र के शालाओं के प्रवेशोत्सव में शामिल होने तथा निर्धारित समयावधि में स्कूल खुलने आदि के निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत सूखा एवं गीला कचरा प्रबंधन पर अधिकारी विशेष ध्यान दे।
साथ ही उन्होंने बायोमेडिकल वेस्ट कार्य योजना तैयार करने सीएमएचओ को निर्देशित किया। कलेक्टर सुश्री चौधरी ने मानसून के दौरान जिले में वृहद पैमाने पर पौधरोपण पर जोर देते हुए अधिकारियों को जगह चिन्हांकित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आवश्यकता के मुताबिक वन विभाग द्वारा पौधे उपलब्ध कराए जाए। पौधे लगाने के साथ आगामी तीन वर्ष तक इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी।
कलेक्टर ने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना अंतर्गत कृषकों को पौधरोपण हेतु प्रोत्साहित कर लाभान्वित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों हेतु भर्ती की प्रकिया शीघ्र पूर्ण कराई जाए।
बैठक में एडीएम अरविंद एक्का, भिलाई नगर निगम आयुक्त श्री देवेश ध्रुव, सहायक कलेक्टर श्री एम. भार्गव, सीईओ जिला पंचायत श्री अश्विनी देवांगन, अपर कलेक्टर बजरंग दुबे, संयुक्त कलेक्टर हरवंश मिरी, समस्त अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), सभी जनपद सीईओ, नगर पालिका/नगर पंचायत के सीएमओ और समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।