बलरामपुर। कोतवाली थाने में सुसाइड मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मृतक गुरूचरण मंडल के पिता ने ही अपनी बहू की हत्या की योजना बनाई थी। प्लानिंग के तहत ही गुरूचरण मण्डल भी इस प्लानिंग में शामिल था। पिता ने दो लोगों को बहू रीना मण्डल की हत्या की सुपारी 30 हजार में दी थी।
पैसे मिलने के बाद दोनों आरोपियों ने रीना का अपहरण किया और उसे अपने साथ झारखण्ड के गढ़वा ले गये। जहाँ आरोपियों ने कोयल नदी के पुल के उपर से महिला को धक्का दे दिए और इसकी जानकारी मृतक गुरुचरण के पिता शांति मंडल को दिए। इस बात का खुलासा झारखण्ड पुलिस ने मीडिया के सामने किया।
पुलिस ने आगे बताया कि पत्नी की हत्या की खबर मिलने के बाद आरोपी अपने पिता के साथ बलरामपुर कोतवाली थाने पहुंचा और पत्नी के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाया। इधर, कोतवाली पुलिस को मामले में संदेह हुआ तो गुरूचरण मंण्डल को पूछताछ के लिए बुलाया।
जहाँ पूछताछ में पकड़े जाने के दर से आरोपी ने थाने के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। युवक की मौत की खबर जैसे ही परिजनों को हुई तो बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने कोतवाली थाने का घेराव किया और पथराव व तोड़फोड़ करते हुये जमकर प्रदर्शन करने लगे। आक्रोशित परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए पिटाई से गुरुचरण की मौत होने का आरोप लगाए थे।
ग्रामीणों के उग्र प्रदर्शन के बाद जमकर हंगामा मचा था। सरकार ने मामले में थाने के टीआई व एक आरक्षक को निलंबित किया था। साथ ही पूरे स्टाफ को हटा दिया गया था। सरकार ने गुरुचरण की मौत की जांच का आदेश भी दिया था। पूरे मामले की जाँच चल ही रही थी। इसी बीच झारखण्ड पुलिस को रीना मंडल की हत्या मामले में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले।
गढ़वा पुलिस ने मृतिका रीना मण्डल के परिजनों से पूछताछ के बाद ससुर को हिरासत में लिया। पूछताछ में ससुर शांति मंडल ज्यादा देर झूठ नहीं बोल पाया और बहू की हत्या करवाने की बात कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि बेटे के कहने पर ही बहू की हत्या की सुपारी दो लोगों को दी थी। वहीं, इस खुलासे के बाद बलरामपुर पुलिस पर लगे सभी आरोप साफ हो गये हैं। पुलिस अब राहत की सांस ले रही है।