फर्जी IAS अधिकारी का पर्दाफाश: पुलिस ने उजागर किया बड़ा रैकेट

Fake IAS Officer Arrested: कई राज्यों में फैला था फरेब का जाल

गोरखपुर पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद को IAS अधिकारी बताकर कई राज्यों में लोगों को ठगा। बिहार के सीतामढ़ी निवासी गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर असल में एमएससी पास है, लेकिन सरकारी अफसर बनने के सपने पूरे न होने पर वह झूठी पहचान के खेल में उतर गया।

 कैसे शुरू हुआ फर्जी IAS बनने का खेल?

ललित किशोर पढ़ाई में ठीक था और IAS बनने का सपना भी देखता था।

  • उसने तीन साल तक UPSC की तैयारी की

  • इस दौरान सुपर-50 नाम से कोचिंग खोली

  • एक छात्र से नौकरी दिलाने के नाम पर 2 लाख रुपये लिए

  • काम न होने पर मामला पुलिस तक पहुंचा

  • केस दर्ज होने से उसके करियर का सपना टूट गया

यहीं से उसके दिमाग में फर्जी IAS बनने का प्लान आया।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर साले ने बनाया पूरा फर्जी सिस्टम

ललित का असली मास्टरमाइंड उसका साला अभिषेक कुमार (सॉफ्टवेयर इंजीनियर) था। उसने तैयार किए—

  • फर्जी IAS ID

  • नकली पहचान पत्र

  • सरकारी लेटरहेड

  • डिजिटल दस्तावेज

  • ऑफिसियल स्टाइल नेमप्लेट

  • यहां तक कि सुरक्षा और गाड़ी का पूरा सरकारी सेटअप

इन सबके दम पर ललित कई जिलों में धौंस जमाता घूमता था।

सरकारी टेंडर दिलाने का झांसा, लाखों की ठगी

फर्जी IAS बनकर ललित—

  • बिल्डरों

  • ठेकेदारों

  • व्यापारियों

को सरकारी टेंडर दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठ रहा था।

उसका रौब देखकर लोग सवाल भी नहीं करते थे।

कैसे पकड़ा गया फर्जी IAS?

गोरखपुर पुलिस को शिकायत मिली कि एक व्यक्ति IAS बनकर वसूली कर रहा है।
जांच में सब संदिग्ध लगा।
पकड़े जाने पर ललित पूरी तरह टूट गया और सच कबूल लिया।

पुलिस ने बताया—

  • आरोपी एमएससी पास है

  • फर्जी पहचान के सहारे बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की

  • उसके नेटवर्क के यूपी, बिहार, झारखंड और MP तक जुड़े होने की आशंका

पुलिस ने फर्जी दस्तावेज और डिजिटल मटेरियल भी जब्त किया है।

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