Bollywood Actress Face Nepotism: हिंदी सिनेमा में ऐसे कई स्टार्स हैं, जिन्होंने बॉलीवुड में नेपोटिज्म का सामना किया और वक्त आने पर उन्होंने इसके बारे में खुलकर बात भी की. साथ ही अपने साथ घटी घटनाओं के बारे में भी बताया. हाल ही में एक ऐसी ही टॉप एक्ट्रेस ने नेपोटिज्म को लेकर खुलकर बात की और बताया कि कैसे उन्होंने इसके चलते कई बड़ी फिल्में खोईं. लेकिन बावजूद इसके वे हमेशा पॉजिटिव बनी रहीं. हालांकि, आज ये एक्ट्रेस अपने दम पर बड़े मुकाम पर है और इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेसेस में इनका नाम गिना जाता है, जो अब तक ई हिट फिल्में दे चुकी हैं. चलिए जानते हैं कौन है ये अदाकारा?
कौन है ये हसीना..?
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बॉलीवुड में कई सितारे ऐसे हैं, जिनका फिल्मी दुनिया से कोई लेना देना नहीं था, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने दम पर इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत की. हालांकि, इस दौरान उनको काफी कुछ झेलना पड़ा, जिनमें से एक इंडस्ट्री में बढ़ता भाई-भतीजावाद भी है. जो काफी लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है, जिसको लेकर कई सितारों ने खुलकर बात की, जो इसका शिकार हो चुके हैं. आज हम आपको जिस एक्ट्रेस के बारे में बताने जा रहे हैं उनके साथ भी कुछ ऐसा हो चुका है, लेकिन बावजूद इसके आज वो इंडस्ट्री से लेकर अपने फैंस के दिलों पर राज कर रही हैं.
साउथ इंडस्ट्री से लेकर बॉलीवुड कर बनाई पहचान
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आज हम जिस एक्ट्रेस के बारे में आपको बताने जा रहे हैं इन्होंने हिंदी सिनेमा के साथ-साथ तमिल, तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में भी काफी नाम कमाया है. हम यहां साल 2009 में कन्नड़ फिल्म ‘गिल्ली’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली खूबसूरत रकुल प्रीत सिंह के बारे में बात कर रहे हैं, जो आज साउथ से लेकर बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस की लिस्ट में शुमार है. नेशनल लेवल गोल्फ प्लेयर रह चुकीं रकुल प्रीत सिंह अपने ने अपने 15 साल के करियर में 40 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है, जिनमें साउथ और हिंदी फिल्में शामिल हैं.
रकुल प्रीत भी हो चुकी हैं नेपोटिज्म का शिकार
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रकुल प्रीत ने हाल ही में द रणवीर शो में इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद को लेकर खुलकर बात की. ‘दे दे प्यार दे’, ‘रनवे 34’, ‘डॉक्टर जी’ और ‘छतरीवाली’ जैसे शानदार फिल्में में अपने दमदार किरदार के लिए पहचाने जाने वाली रकुल प्रीत ने बिना किसी इंडस्ट्री बैकग्राउंड के इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई है. एक्ट्रेस इस समय अजय देवगन और आर माधवन के साथ अपनी अपकमिंग फिल्म ‘दे दे प्यार दे 2’ की तैयारी कर रही हैं. अपने एक्सपीरियंस के बारे में बात करते हुए एक्ट्रेस ने माना कि उन्होंने भी अपने करियर में भाई-भतीजावाद के चलते कई बड़ी फिल्में खोई हैं.
हमेशा बनी रहीं पॉजिटिव, नहीं मानी हार
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रकुल प्रीत ने आगे बताया कि लेकिन वो कभी इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहतीं. एक्ट्रेस बोलीं, ‘हाँ, ऐसा होता है और मैंने कई फिल्में खोई हैं, लेकिन मैं ऐसी इंसान नहीं हूं जो बस बैठ कर उदास हो जाए. शायद वे फ़िल्में मेरे लिए नहीं बनी थीं’. उनका मानना है कि जीवन में अवसरों के उतार-चढ़ाव को समझना आगे बढ़ने के लिए जरूरी होता है. रकुल ने बताया कि उनकी परवरिश ने उनके सोचने के नजरिया को काफी पॉजिटिव बनाया है. उन्होंने अपने पिता की सलाह को याद करते हुए बताया कि आर्मी में उनके पिताजी के एक्सपीरियंस ने सिखाया कि जिन चीज़ों पर उनका कंट्रोल नहीं है, उन पर फोकस नहीं करना चाहिए.
आर्मी जॉइन करना चाहती थीं रकुल प्रीत सिंह
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रकुल ने कहा, ‘मुझे आर्मी जॉइन करनी थी, लेकिन मेरे पापा ने अपने एक्सपीरियंस मेरे साथ शेयर किए. भाई-भतीजावाद की बात करें, तो मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देती’. कई हिंदी फिल्मों का हिस्सा रह चुकीं एक्ट्रेस ने अपने नजरिए को समझाने के लिए एक बड़ा एग्जामपल दिया. उन्होंने कहा कि मौके खोना भी जिंदगी का हिस्सा है. उनके मुताबिक, ‘अगर कोई डॉक्टर किसी मीटिंग में शामिल नहीं हो पाता और उसकी जगह किसी और को भेजा जाता है, तो यही जिंदगी की सच्चाई है’. इस पर गुस्सा होने के बजाय, रकुल अपनी खुद की जर्नी और पर्सनल ग्रोथ पर फोकस करती हैं.
स्टार किड के करियर का क्रेडित उनके माता-पिता का है
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जब रकुल से पूछा गया कि अगर उनके बच्चे होते तो वे इस चीज को कैसे हैंडल करतीं? तो उन्होंने कहा कि वे अपने बच्चों को “लाइन में लगकर किस्मत आजमाने” के लिए मजबूर नहीं करेंगी, लेकिन पूरी कोशिश करेंगी कि वो उनका हर तरह से साथ दें. रकुल ने ये भी कहा कि अगर किसी स्टार किड को आसानी से मौके मिल जाते हैं, तो इसका क्रेडिट उनके माता-पिता को जाता है, जिन्होंने अपने करियर में बहुत मेहनत की है. उन्होंने परिवार के सपोर्ट की अहमियत पर जोर दिया. बता दें, रकुल जल्द ही अजय देवगन और आर माधवन के साथ ‘दे दे प्यार दे 2’ में नजर आने वाली हैं.