
गलत लाइफस्टाइल से बढ़ रहा खतरा
आजकल फास्ट फूड, जंक फूड और बिना सलाह ली गई हाई-प्रोटीन डाइट न सिर्फ मोटापा बढ़ा रही है बल्कि किडनी और लिवर पर भी बुरा असर डाल रही है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, असंतुलित खानपान और खराब दिनचर्या की वजह से युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक में लिवर-किडनी से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं।
जंक फूड और हाई-प्रोटीन डाइट क्यों है खतरनाक?
👉 जंक फूड तेल, नमक और शुगर से भरपूर होता है। यह शरीर में फैट जमा करता है और मेटाबॉलिज्म बिगाड़ देता है, जिससे फैटी लिवर डिजीज का खतरा बढ़ता है।
👉 जरूरत से ज्यादा हाई-प्रोटीन डाइट किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालती है। लंबे समय तक ऐसा होने पर किडनी फेलियर तक का खतरा हो सकता है।

शुरुआती लक्षण जिन्हें न करें नजरअंदाज
-
लगातार थकान रहना
-
चेहरे और पैरों में सूजन आना
-
पेशाब में झाग या बार-बार पेशाब लगना
-
पेट में भारीपन और भूख कम लगना
-
त्वचा पर खुजली और पीलापन दिखना
👉 एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये शरीर के चेतावनी संकेत हैं, जिन्हें समय पर समझकर डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
डॉक्टरों की राय
-
हाई-प्रोटीन डाइट केवल मसल्स बनाने में मदद करती है, लेकिन इसका बोझ पूरी तरह किडनी पर पड़ता है। कमजोर किडनी वाले मरीजों के लिए यह खतरनाक हो सकता है।
-
लिवर शरीर का सबसे सक्रिय अंग है, जो रोजाना टॉक्सिन्स बाहर निकालता है। शराब, जंक फूड और अनियमित दिनचर्या धीरे-धीरे इसे खराब कर देती है।
-
फैटी लिवर अगर समय पर कंट्रोल न किया जाए तो यह सिरोसिस या लिवर कैंसर का रूप ले सकता है।
कैसे बचाएं किडनी और लिवर को?
✅ ताज़ी सब्जियां और मौसमी फल खाएँ
✅ पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ
✅ संतुलित मात्रा में ही प्रोटीन लें
✅ शराब और जंक फूड से दूरी बनाएँ
✅ सालाना एक बार ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड जरूर करवाएँ
