Assembly Elections Results 2023: लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल नतीजों के आने में बस कुछ घंटों का वक्त बाकी है. वहीं पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए मतदान के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल (Exit Polls) में मध्य प्रदेश (MP) में बीजेपी (BJP) को आगे बताया गया है. वहीं राजस्थान में कांटे का मुकाबला होने की बात कही गई है. इसी तरह तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बढ़त का अनुमान लगाया गया है.

विरोधाभासी आंकड़ों पर उठे सवाल

तमाम सर्वे एजेंसियों ने विरोधाभासी आंकड़े दिए हैं. यानी चुनावी नतीजों से पहले आए एक्जिट पोल के नतीजों के लिए जितने मुंह उतनी बातें वाली मिसाल दी जा रही है. गली मोहल्लों और चौक चौबारों पर होने वाली सियासी बहस में एक मात्र नतीजों की चर्चा और मंथन का विश्लेषण किया जा रहा है. ऐसे में सीधे-सीधे एक्जिट पोल्स के सर्वे और दिखाए गए नतीजों पर सवाल उठ रहे हैं. इसी को लेकर एमपी के दिग्गज कांग्रेसी नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने अपने X सोशल मीडिया अकाउंट पर नतीजों से पहले एक्जिट पोल पर निशाना साधा है.

उन्होंने लिखा- ‘बिहार चुनाव 2015 के एग्जिट पोल और वास्तविक नतीजे देखिए.

टुडे चाणक्या   : BJP 155
टाइम्स नाऊ    : BJP 111
दैनिक जागरण: BJP 130
एबीपी नेल्सन  : BJP 130
इंडिया टुडे      : BJP  120

नतीजा           : BJP 53

इस बार के विधानसभा चुनाव में एक्सिस माई इंडिया और सी-वोटर ने एमपी, राजस्थान और मिजोरम में बिल्कुल विपरीत भविष्यवाणी की है. एमपी में 10 एजेंसियों में से पांच का फैसला बंटा हुआ है, जिनमें से प्रत्येक में बीजेपी और कांग्रेस को जीत या बढ़त मिल रही है. इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया, टुडेज चाणक्य और इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने एमपी में बीजेपी की बड़ी जीत की भविष्यवाणी की है. ज्यादातर एग्जिट पोल में राजस्थान में कांटे की टक्कर के साथ बीजेपी को बढ़त का अनुमान जताया गया है. हालांकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत को लेकर 9 एजेंसियों के बीच लगभग आम सहमति दिख रही है.

बिहार में 2015 में क्या हुआ था, आज खंगाले जा रहे वो नतीजे

समय था अक्टूबर-नवंबर 2015 बिहार विधानसभा चुनाव का. जनता दल यूनाइटेड JD-U, राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस (INC), जनता दल, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, इंडियन नेशनल लोक दल और समाजवादी जनता पार्टी (राष्ट्रीय) ने महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा था. BJP ने लोक जनशक्ति पार्टी (LJP), राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के साथ गठबंधन किया था.

2015 का चुनाव कुल 243 सीटों पर हुआ. बहुमत का आंकड़ा 122 था. लालू यादव की RJD और नीतीश की JD (U) ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा. कांग्रेस ने 41 और BJP ने 157 सीटों पर चुनाव लड़ा था. RJD 80 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी. JD(U) को 71 और BJP को 53 सीट मिलीं तो कांग्रेस को 27 सीट. महागठबंधन सरकार में नीतीश कुमार सीएम बने. 2017 में JD (U) महागठबंधन से अलग हो गई तब नीतीश ने BJP के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.

एक्जिट पोल गलत क्यों साबित होते हैं?

जाति/सामाजिक आर्थिक डेटा की अनुपलब्धता, मतदाताओं के सामाजिक आर्थिक वर्ग-वार डेटा न होना, भारत में आय स्तर का सटीक डेटा न होना. महिला सैंपल की कमी, युवा वोटर्स की चुप्पी, वोटिंग प्रतिशत और सैंपल साइज का मेल न खाना और ठोस रिसर्च का अभाव जैसे कई फैक्टर हैं, जो सर्वे करने वाली एजेंसियों के लिए चुनौतियां पैदा करते हैं. वहीं कुछ मानवीय त्रुटियों की वजह से भी EXIT POLL के नतीजे गलत साबित हो जाते हैं.

देश में कब हुई EXIT POLL की शुरुआत?

भारत में एग्जिट पोल की शुरुआत IIPU यानी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन ने की. 1980 के दशक में पहली बार नेशनल लेवल पर एग्जिट पोल को लेकर सर्वे हुआ. 1996 में दूरदर्शन ने CSDS के साथ साथ मिलकर पहली बार EXIT POLL जारी हुए. इसके बाद प्राइवेट न्यूज चैनलों ने एग्जिट पोल जारी करना शुरू कर दिया था.

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