रायपुर / मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने राज्य के सभी संभागायुक्त और  कलेक्टरो को निर्देश दिए है कि सड़कों पर पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न प्रावधानों के तहत व्यापक कार्ययोजना बना कर प्रभावी कार्यवाही करें। इसके लिए उन्होंने संभागायुक्तों को अपने क्षेत्र के जिलों की लगातार मॉनिटरिंग करने कहा है। मुख्य सचिव ने सभी जिलों में ऐसी सड़कें चिन्हित करने जहां मवेशी सड़कों पर विचरण करते हैं, उसकी अद्यतन सूची तैयार करनेे कहा है। इस कार्य में पुलिस के अधिकारी भी सहयोग देगें। मुख्य सचिव ने संभागायुक्तों को कहा है कि वे इस संबंध में की गई कार्यवाही की नियमित जानकारी भेजे।

मुख्य सचिव ने सड़कों के आस-पास के गौठानों गौशालाओं और कांजी हाउस की जानकारी संधारित करने और जरूरत के अनुसार नये गौशाला प्रारंभ करने के निर्देश दिये है। सड़क में विचरण करते पशुओं को इन गौठानों गौशालाओं और कांजी हाउस में रखा जायेंगा। इन पशु सेल्टर्स में पशुओं की सुरक्षा, पर्याप्त चारा, पानी एवं चिकित्सा की सुविधा सुनिश्चित करनेें के निर्देश दिये है। इसके साथ ही पशुपालकों पर जुर्माने की कार्यवाही भी की जायेगी।

गौरतलब है कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सड़कों पर पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के आदेश के परिपालन में मुख्य सचिव अमिताभ जैन आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। बैठक में डी.जी.पी अशोक जुनेजा और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू भी शामिल हुए।

मुख्य सचिव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, पशुपालन विभाग, लोक निर्माण विभाग और नगरीय प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि अपने क्षेत्र के पशुपालकों को समझाईश दे कि सड़को पर अपने पशुओं को ना आने दें और उन्हें यह भी बताये की उनके पशु यदि सडक पर आते है तो जुर्माना वसूला जायेंगा। बैठक में नगरीय प्रशासन, लोक निर्माण विभाग और पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों नें सड़कों पर पशुओं को आने से रोकने के लिए अब तक किये गयें प्रयासों की जानकारी दी।

बैठक में मुख्य सचिव नें ग्रामीण विकास, लोक निर्माण और नगरीय प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए है की वर्तमान में बरसात के कारण जहा पर सड़के क्षतिगस्त हो रही है उन्हे तत्काल सुधारा जाये और सड़कों पर हुऐ गडढे को भरने का कार्य किया जायेें। उन्होंने कहा है कि बरसात के समाप्त होने पर राज्य के विभिन्न स्थानों पर क्षतिगास्त सड़कों को सुधारनें के लिए अभी से कार्ययोजना तैयार कर ली जायें और इसके लिए जरूरी कार्यवाही कर ली जायेें। मुख्य सचिव ने आजादी के अमृत महोत्सव के समापन के अवसर पर ‘‘मेरी माटी मेरा देश’’ कार्यक्रम के संबंध में अधिकारियों को व्यापक दिशा निर्देश दिए। इसी तरह से मुख्य सचिव ने कृषि विभाग के अधिकारियों और कलेक्टरों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के अंतर्गत सभी पात्र हितग्राहियों के लाभ दिलाने हेतु कार्ययोजना के तहत कार्य करने के निर्देश दिये है।

वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग से आयोजित इस बैठक में कृषि एवं पशुपालन विकास विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, लोक निर्माण विभाग के सचिव भूवनेश यादव, संस्कृति विभाग के सचिव अन्बलगन पी., ग्रामीण विकास विभाग के सचिव प्रसन्ना., खादय विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव एन.एन. एक्का और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव अयाज तम्बोली सहित सभी संभागायुक्त सभीे कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन के अधिकारी, नगरीय निकायों के अधिकारी सहित कृषि, पशुपालन, नगरीय प्रशासन, लोक निर्माण विभाग अन्य विभाग के अधिकारी शामिल हुए।

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