केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोल परिवहन केस में सोमवार को जेल में बंद निलंबित उपसचिव सौम्या चौरसिया की 17.48 करोड़ की 51 संपत्ति अटैच कर ली है। उनके खिलाफ 178 पन्ने की समरी के साथ 5503 पन्नों की चार्जशीट पेश की है। इसमें जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की मां कैलाश और बड़े भाई रंजनी, उपसचिव के भाई अनुराग समेत 8 लोगों को आरोपी बनाया है।
ईडी का आरोप है कि कोल परिवहन में अवैध लेन-देन किया गया है, जिनके सबूत हैं। अनुपातहीन संपत्ति मिलने का भी दावा किया गया है। इधर ईडी की रिमांड खत्म होने पर खनिज अधिकारी शिवशंकर नाग, संदीप नायक, भिलाई के दीपेश टांक और मुंबई के लाइजनर राजेश चौधरी को भी कोर्ट पेश किया गया था। चारों को 14 फरवरी तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। जबकि सौम्या की भी इसी दिन पेशी शुरू होगी।
उनके खिलाफ पेश किए गए चार्जशीट पर बहस होगी। ईडी ने 2 दिसंबर 2022 को निलंबित उपसचिव सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया था। इसलिए उन्हें 60 दिन के भीतर जांच पूरी कर चार्जशीट पेश करना था। सोमवार को 60 दिन पूरा होने पर ईडी ने चार्जशीट पेश कर दिया। ईडी ने कई दौर की पूछताछ के बाद भिलाई के दीपेश टांक को गिरफ्तार किया था।शेष|पेज 5
उसने 51 एकड़ की जमीन बेची हैं। इसमें गड़बड़ी पाई गई थी। उसके बाद 25 जनवरी को खनिज अधिकारी शिवशंकर नाग और संदीप कुमार नायक को गिरफ्तार किया गया। अवैध कोल परिवहन में दोनों से कई बार पूछताछ की गई थी। ईडी ने 28 जनवरी को मुंबई में छापा मारकर लाइजनर राजेश चौधरी को गिरफ्तार किया। उसने जेल में बंद कारोबारी सुनील अग्रवाल के परिजनों को झांसा दिया था कि वह ईडी अधिकारी है।
सुनील का केस मैनेजर कर लेगा और जेल से बाहर करा देगा। ईडी का आरोप है कि चारों आरोपियों का लिंक उपसचिव हैं। वहीं ईडी अपनी चार्जशीट में अनुराग चौरसिया, कैलाश तिवारी और रजनीकांत तिवारी को आरोपी बनाया है। उनके खिलाफ सबूत होने का दावा किया गया है। अभी कैलाश, रजनीकांत और अनुराग को गिरफ्तार नहीं किया हैं। उनके खिलाफ कोर्ट सिर्फ में सबूत पेश किया है। ईडी ने कोर्ट में कहा है कि उनके मामलों की जांच अभी चल रही हैं।
170 करोड़ की संपत्ति कुर्क
ईडी के अनुसार अवैध कोल परिवहन मामले में 170 करोड़ की संपत्ति अब तक कुर्क की गई है। कई बैंक खाते फ्रीज किया गया है। ईडी ने अब तक 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट पेश किया है। पहले चार आरोपी आईएएस समीर विश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल के खिलाफ चार्जशीट पेश किया गया। अब 8 लोगों के खिलाफ किया गया है।