रायपुर। पर्वतन निदेशालय की टीम ने छत्तीसगढ़ के 2009 बैच के रेगुलर रिक्रूट्ड आईएएस समीर विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया है। उनके अलावे दो कोयला कारोबारियों को भी गिरफ्तार किया गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से यह खबर आ रही है। पीटीआई ने ट्वीट किया है। छत्तीसगढ़ में पिछले तीन दिनों से जारी ईडी की कार्रवाई के बीच जांच टीम ने आईएएस अफसर समीर विश्नोई सहित दो कोयला व्यापारियों को अरेस्ट कर लिया है।
तीनों को ईडी ने पूछताछ के लिए बुधवार को बुलाया था। कोयला व्यापारियों में सूर्यकांत तिवारी के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल शामिल हैं। हालांकि ईडी के अफसरों की ओर से गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है। न ही छत्तीसगढ़ के कोई अधिकारी इस पर बात करने के लिए तैयार है। इस बीच रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू लौट आई हैं। ईडी उनसे और उनके पति व माइनिंग डायरेक्टर जेपी मौर्या से पूछताछ कर रही है।
यह भी खबर आ रही है कि रानू साहू की मौजूदगी में आज कलेक्टर बंगले की जांच की जाएगी। ज्ञातव्य है, आईएएस रानू साहू, जेपी मौर्य, समीर विश्नोई, पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर समेत शराब-कोल कारोबारियों के डेढ़ दर्जन ठिकानों पर जांच चल रही है। अब तक चार करोड़ की नगदी और जेवरात सीज किया गया है। साथ ही निवेश व खनन लाइसेंस से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं।
कौन हैं समीर विश्नोई –
समीर विश्नोई छत्तीसगढ़ कैडर के 2009 बैच के आईएएस हैं। वे कानपुर के रहने वाले हैं। कानपुर आईआईटी से बीटेक करने के बाद वे आईएएस में सलेक्ट हुए। छत्तीसगढ़ में वे कोंडगांव के कलेक्टर रह चुके हैं। हालांकि, कोंडागांव में वे मुश्किल से साल भर रह पाए। इसके बाद उन्हें रायपुर वापिस बुला लिया गया। वे माईनिंग डायरेक्टर, माईनिंग कारपोरेशन के एमडी, आईजी रजिस्ट्रेशन, जीएसटी डायरेक्टर रह चुके हैं। फिलवक्त वे चिप्स के सीईओ और मार्कफेड के एमडी हैं। समीर और उनकी पत्नी से दो दिन से लगातार पूछताछ चल रही थी।