दुर्ग। ज्ञात हो कि विगत कुछ महिने से आने-जाने वाले एवं सुबह टहलने वाले महिला, बुजुर्गों के साथ लूट की घटना सामने आ रही थी। लुटेरों द्वारा राह चलते लोगों को फोन से बात करते हुए जाते देख उनको टारगेट कर उनका मोबाइल लूट लेना तथा महिला एवं गुजुर्गों का सोने का चैन लूट कर भाग जाया करते थे।
पुलिस अधिक्षक दुर्ग शलभ कुमार सिन्हा के निर्देश पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक शहर संजय धु्रव तथा नगर पुलिस अधिक्षक भिलाई नगर निखिल राखेचा के मार्गदर्शन में शक्त निर्देश दिये थे कि लूट करने वाले गिरोह का जल्द से जल्द पकड़ा जाये। लुटरों पर सुपेला पुलिस द्वारा सतत निगाह रख कर कुछ स्थानों को चिन्हांकित कर सिविल डेÑस में पुलिस तैनात किया था। इसी दौरान मुखबीर सूचना व हुलिया के आधिार पर संदेही एस. सचिन उर्फ जहर एवं आदित्य यादव उर्फ डंपी को पुछताछ करने पर पहले तो वह पुलिस को गुमराह करते रहे।
पुलिस के पुछताछ पर ज्यादा देर टिक नहीं पाये और अपना जुर्म स्वीकारते हुए बताया कि थाना सुपेला, स्मृति नगर, वैशाली नगर, मोहन नगर, भिलाई भट्टी आदि स्थानों से मोबाइल छिन्तई करना स्वीकार किये। आरोपीगणों के कब्जे से 20 नग मोबाइल एवं घटना में प्रयुक्त वाहन एक्टीवा वाहन को सुपेला पुलिस ने जब्त किया है। आरोपी से पुछने पर यह भी बताया कि ये लोग महिला एवं बुजुर्गों को ज्यादातर टारगेट कर उनसे छिन्तई करते थे। आरोपीगणों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में जेल भेजा गया है। सुपेला पुलिस द्वारा छिन्तई/लूट करने वाले गिरोह को पकड़ कर इस प्रकार के अपराध करने पर शिकंजा कसा है।
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में निरीक्षक दुर्गेश कुमार शर्मा थाना प्रभारी थाना सुपेला, उप निरीक्षक सतीश साहू, सउनि राजेन्द्र देशमुख (स्मृति नगर) प्र.आर संतोष शर्मा, प्रकाश तिवारी, आर.आवेश सिद्धीकी, नितेश पाण्डेय, विरेन्द्र यादव, दुर्गेश सिंह (वैशाली नगर), भीम यादव, नियाज खान, आश्ीाष, शैलेष यादव, जुनैद सिद्धीकी, विकास तिवारी, विवेक सिंह, उपेन्द्र सिंह, सूर्य प्रताप सिंह का विशेष योदान रहा।