➡️ बोरसी वार्ड 51 में हाईकोर्ट नोटिस से फैली दहशत
दुर्ग शहर के बोरसी वार्ड 51 में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब करीब 121 परिवारों को हाईकोर्ट से घर खाली करने का नोटिस प्राप्त हुआ।
कई वर्षों से बसे इन परिवारों पर अचानक घर उजड़ने का खतरा मंडराने लगा है। नोटिस मिलते ही वार्ड निवासी घबराए और समाधान की तलाश में मंत्री गजेंद्र यादव से मिले।
➡️ वार्ड की महिलाओं में गुस्सा: “हमारे घर नहीं टूटेंगे”
इलाके की कई महिलाओं ने साफ कहा कि वे अपने मकान नहीं टूटने देंगी।
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एक महिला ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान पहले ही कुछ जमीन छिन चुकी है,
“बाकी बचे प्लॉट पर हमने अपनी कमाई से घर बनाया। अब इसे भी तोड़ा जाएगा तो हम कहां जाएँगे?” -
दूसरी महिला ने कहा कि उनकी जीवनभर की पूंजी इस घर में लगी है।
“अब इसे छोड़ने का सवाल ही नहीं है। हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ेगा।”
➡️ मंत्री गजेंद्र यादव से मुलाकात, पूरे मामले की जानकारी दी
नोटिस मिलने के बाद वार्ड 51 के लोगों ने शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव से मुलाकात की और विस्तृत जानकारी साझा की।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह विवाद मूल रूप से सुमन नामक महिला के व्यक्तिगत झगड़े से जुड़ा था, लेकिन अब पूरे वार्ड को इसमें शामिल कर दिया गया है।
➡️ मंत्री का आश्वासन: “किसी के साथ अन्याय नहीं होगा”
मंत्री गजेंद्र यादव ने लोगों को आश्वस्त किया कि
“यह मुद्दा दो परिवारों के बीच का विवाद था, लेकिन इसे अनावश्यक रूप से बड़ा रूप दे दिया गया है। किसी भी परिवार को अन्याय का सामना नहीं करना पड़ेगा.”
➡️ हाईकोर्ट में सामूहिक अपील की तैयारी
निवासी अब सामूहिक रूप से हाईकोर्ट में अपील दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं।
अगली सुनवाई में तय होगा कि
क्या 121 परिवारों के घर सुरक्षित रहेंगे या उन्हें बेघर होने का सामना करना पड़ेगा।
फिलहाल बोरसी वार्ड 51 में डर, तनाव और असमंजस का माहौल बना हुआ है।