दूध डेयरी लोन का झांसा देकर ठगी
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां एचडीएफसी बैंक के एक कर्मचारी ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर ग्रामीणों से दूध डेयरी खोलने और लोन दिलाने के नाम पर करीब 46 लाख रुपये की ठगी की।
पीड़ितों को प्रधानमंत्री पशु लोन योजना का हवाला देकर फर्जी तरीके से खाता खुलवाया गया और फिर उन्हीं खातों से रकम निकालकर आरोपियों ने अपने और रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर दी।
कैसे रची गई ठगी की साजिश
थाना धमधा क्षेत्र के ग्राम घोटा निवासी चन्द्रिका पटेल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि ग्राम परसकोल निवासी मधु पटेल और एचडीएफसी बैंक कर्मचारी विकास सोनी ने ग्रामीणों को लोन दिलाने का लालच दिया।
उन्होंने दावा किया कि 10 लाख रुपये तक का लोन मिलेगा और 40% सब्सिडी भी दी जाएगी।
इसके लिए 26 ग्रामीणों से 10% कमीशन और तीन-तीन चेक सिक्योरिटी के तौर पर लिए गए।
बाद में उन्हीं चेकों के जरिए ग्रामीणों के खातों से लाखों रुपये निकाल लिए गए।
इस तरह उड़ा लिए गए लाखों रुपये
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने अलग-अलग खातों से रकम निकालकर उसे अपने और परिचितों के खातों में भेजा।
ठगी की कुल रकम ₹45,92,250 पाई गई है।
रकम चेक, फोनपे, नगदी और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए स्थानांतरित की गई थी।
आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी
पुलिस ने दोनों मुख्य आरोपियों विकास सोनी और मधु पटेल को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला धारा 420, 34, 120-बी भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और अन्य संलिप्त व्यक्तियों की भी पहचान की जा रही है।
पुलिस की चेतावनी
पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि किसी भी सरकारी या बैंक योजना में बिना सत्यापन किसी एजेंट या व्यक्ति को पैसे न दें।
बैंक कर्मियों की पहचान की पुष्टि करें और सभी लेन-देन स्वयं बैंक शाखा में जाकर करें।
गिरफ्तार आरोपी
1️⃣ विकास सोनी – एचडीएफसी बैंक कर्मचारी
2️⃣ मधु पटेल – ग्राम परसकोल, धमधा