छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक 43 साल के युवक ने आर्थिक तंगी के चलते अपने घर में फांसी लगा ली। घर वालों ने बताया कि वो लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। एक दिन पहले राशन लाने के लिए उसने अपने ठेकेदार से एडवांस रकम मांगी थी। उसने देने से मना कर दिया था। अगली सुबह उसकी लाश घर की परछी में लटकी हुई मिली। जामुल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
घटना भिलाई के जामुल थाना क्षेत्र की है। यहां शिवांस होटल के पीछे नाकापारा निवासी उत्तम साहू पिता शिवराम साहू (43 साल) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उत्तम की पत्नी गणेशिया बाई ने बताया कि उत्तम हथखोज इंडस्ट्रियल एरिया में मयूरा कंपनी में काम करता है। वो लेबर ठेकेदार विनीत के अंडर में काम करता था। जितना भुगतान ठेकेदार करता था उससे घर चलाना मुश्किल हो रहा था।
उसने किसी तरह अपनी बड़ी बेटी ज्योति की शादी कर दी थी। घर में बेटा जितेंद्र (23 साल) उत्तम और उसकी पत्नी रहते थे। पिछे कुछ दिन से घर में राशन खत्म था। इसे लेकर उत्तम काफी परेशान चल रहा था। गणेशिया के मुताबिक उसने शुक्रवार को लेबर ठेकेदार विनीत को फोन करके 5 हजार रुपए एडवांस मांगा था।
ठेकेदार ने रुपए देने से मना कर दिया। इसके बाद से वो काफी परेशान थे। शुक्रवार रात सभी लोग खाना खाकर कमरे में सोने चले गए। रात 2-7 बजे के बीच उत्तम उठा। घर के बाहर बांस और खपरैल से बनी परछी में नाइलोन की रस्सी से फंदा बनाया और उसमें लटक गया।
पत्नी ने कहा मौत के लिए नहीं किसी का दोष
गणेशिया ने कहा कि ठेकेदार समय से पेमेंट करता था। उत्तम ने छोटी से बात को लेकर इतना टेंशन क्यों ले लिया किसी को समझ नहीं आ रहा है। वो दो तीन दिनों से परेशान था, लेकिन उसने किसी से कोई जिक्र भी नहीं किया। गणेशिया ने कहा कि उत्तम की मौत के लिए वो किसी को भी जिम्मेदार नहीं मानती है।