बलौदाबाजार। जिले के कसडोल में डबल मर्डर का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दामाद ईश्वर दास मानिकपुरी (41 वर्ष) ने अपने सास-ससुर को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। आरोपी ने सास का सिर पत्थर से कुचल दिया था, तो वहीं ससुर की गला घोंटकर हत्या करने के बाद लाश को जलाने की कोशिश की थी। मामला कसडोल थाना क्षेत्र का है।
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए कहा कि आरोपी दामाद ईश्वर दास ने रुपयों के लिए सास-ससुर की हत्या की। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि आरोपी ने सास लक्ष्मी बाई मानिकपुरी (43 वर्ष) और ससुर नेहरू दास मानिकपुरी (45 वर्ष) को 5 लाख रुपए खुद उधार दिए थे और 5 लाख रुपए खुद गारंटर बनकर दिलाए थे। इस तरह से कुल 10 लाख रुपए आरोपी के सास-ससुर ने लिए थे। लेकिन रुपए लेने के बाद सास-ससुर की नीयत बदल गई। वे 10 लाख रुपए लौटाने के लिए तैयार नहीं थे।
उनका कहना था कि अगर वो पैसे नहीं भी लौटाते हैं, तो दामाद क्या कर लेगा। आरोपी ने बर्तन धोकर और मेहनत-मजदूरी करके इतने पैसे जमा किए थे और सास-ससुर को दिए थे। जब उसने ये जाना कि सास-ससुर की पैसा लौटाने की नीयत नहीं है और उसका 10 लाख रुपए डूब जाएगा, वो बहुत परेशान हो गया। उसे बहुत गुस्सा आया और उसने सास-ससुर की हत्या की साजिश रच डाली।
आरोपी ने पूरी प्लानिंग के साथ मर्डर को अंजाम दिया। 20 मई को वो कुछ बहाना बनाकर अपनी बाइक (CG 04CJ 1276) से सास लक्ष्मी बाई को प्रसिद्ध सिद्धखोल जलप्रपात ले गया। जलप्रपात मोड़ के पास उसने अपनी सास का मुंह दबाकर और पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी और शव को घसीटकर झाड़ियों में छिपा दिया।
ससुर की गला घोंटकर हत्या
वहीं अपने ससुर नेहरू दास मानिकपुरी को हटौद चौक से अपनी बाइक पर बिठाया और जड़ी-बूटी लाने के नाम पर पचपेड़ी जंगल ले गया। वहां ले जाकर आरोपी ने ससुर की गमछा से गला घोंटकर हत्या कर दी और लाश को जला दिया। दोनों सास-ससुर 20 मई से लापता थे, जिसके बाद परिजनों ने कसडोल थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस को जांच के दौरान 22 मई को महिला लक्ष्मी बाई का शव लहूलुहान हालत में मिला।
जांच में पुलिस का पूरा शक दामाद पर था। 22 जून को पुलिस ने आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर लिया। कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर पचपेड़ी के जंगल से ससुर का जला हुआ चश्मा, कपड़े, टूटी हुई मोबाइल बरामद हुई है। उसने लाश को जलाना बताया है, हालांकि मौके पर कोई लाश नहीं मिली है। वहीं पुलिस ने सास की हत्या में इस्तेमाल पत्थर भी बरामद कर लिया है।
पुलिस ने सबूत के तौर पर रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जब्त की है, जिसमें आरोपी सास-ससुर को अलग-अलग समय पर ले जाता हुआ दिखाई दिया है। आरोपी को फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।