दुर्ग / आज कलेक्ट्रेट सभागार में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में मातृत्व स्वास्थ्य को लेकर बिंदुवार चर्चा की गई। जिसमें कलेक्टर ने जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर मातृत्व मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सभी नोडल को अपने अधीनस्थ के साथ रिव्यु मीटिंग लेने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट रूप से उपस्थित डॉक्टरों को कहा कि जिले में मातृत्व मृत्यु दर को नागण्य करने की दिशा में सभी डॉक्टर कार्य करे।

जिसके लिए सतत् मॉनिटरिंग और चिकित्सा के नए आयामों के साथ जुड़कर सकारात्मक प्रयास किए जाएंगे। अपने इस निर्णय पर तुरंत अमल करते हुए उन्होंने निकुम के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मई माह में ऑपरेशन थियेटर को फंक्शनल करने के आदेश चिकित्सा अधिकारी को दिए। इसके साथ ही उन्होंने एन.आर.सी (पोषण पुर्नवास केंद्र) के लिए उपस्थित संबंधित अधिकारियों को महिला एवं बाल विकास के साथ कॉर्डिनेट करने के लिए कहा। जिससे कि गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाया जा सके।

चिकित्सा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ योगदान देने वाले डॉक्टरों से जिले के नागरिकों को बेहतर से बेहतर चिकित्सीय सलाह प्राप्त हो सके इसके लिए कलेक्टर ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करने की बात कही। ताकि विजिटिंग डॉक्टर के माध्यम से जिले के नागरिकों को बेहतर चिकित्सीय सलाह व विकल्प प्राप्त हो सके। इसके लिए निकट भविष्य में रायपुर एम्स या चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले डॉक्टरों की टीम के साथ संपर्क किया जाएगा।

बैठक के अंतिम पड़ाव में कलेक्टर ने उपस्थित एचओडी और डॉक्टरों को स्वास्थ्य प्रबंधन को और मजबूत बनाने के लिए उनके सुझाव प्रस्तुत करने के लिए कहा। जिसमें उपस्थित डॉक्टरों ने ओटी टेक्निशियन, ड्रेसर और चिकित्सा संबंधी उपकरण जैसे एक्सरे मशीन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन फिल्टर इत्यादि के बारे में कलेक्टर को अवगत कराया। मनोचिकित्सा विभाग में क्योंकि मानसिक अवसाद से ग्रसित व्यक्ति ईलाज के लिए आते हैं इसलिए साइक्रेटिस्ट डॉ. आकांक्षा दानी ने अपने सेक्शन में सुरक्षा की दृष्टिकोण से एक गार्ड की मांग की। जिसका कलेक्टर द्वारा तुरंत निदान किया गया और संबंधित अधिकारी से बात कर नगर सैनिक की ड्युटी अस्पताल में लगाई गई।

इसके अतिरिक्त कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं का पंजीयन, गर्भवती महिलाओं की जॉच, टीकाकरण व उनके सुरक्षित प्रसव, की जानकारी ली। उन्होंने टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों के जन्म से लेकर पूर्ण टीकाकरण की समीक्षा की तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों, मलेरिया, फाइलेरिया, क्षय नियंत्रण, कुष्ठ रोग, मोतियाबिंद आदि के संबंध में भी गहन चर्चा की।
बैठक में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम, संबंधित विभाग के चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ उपस्थित थे।

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *