
बिलासपुर। होटल सेंट्रल पाइंट में आयोजित एक सेमिनार के बहाने लोगों से 24 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। धोखाधड़ी के बाद आरोपी अपने घर छोड़कर रातों-रात फरार हो गए। जब निवेशकों को इस बात का पता चला, तो उन्होंने तारबाहर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सेमिनार के बहाने निवेशकों को फंसा दिया
शहर के रहने वाले मनीराम पटेल ने पुलिस को बताया कि उन्होंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कंपनी के विज्ञापन देखकर निवेश किया। कंपनी प्रतिदिन 1% मुनाफे का दावा करती थी और यूट्यूब एवं अन्य साइट्स पर इसका प्रचार करती थी।

जब मनीराम ने कंपनी के नंबर पर संपर्क किया, तो उन्हें ज़ूम मीटिंग के माध्यम से निवेश और प्रतिदिन मुनाफे का तरीका समझाया गया। इस विश्वास में आकर उन्होंने निवेश किया।
होटल में बुलाकर निवेश करवाया
24 जून को सादाब अंसारी, जफर इमाम, गंगाधर कुमार, दिलेश्वर मुंडा, आकाश कुमार और शुभम सिंह शहर आए। उन्होंने होटल सेंट्रल पाइंट में सेमिनार आयोजित किया। मनीराम पटेल के अलावा उनके साथी नेहल मिश्रा, रवि साहू, अक्षय कुमार टेकाम और राम स्वरूप साहू भी इस सेमिनार में शामिल हुए।
आरोपियों ने दावा किया कि उनकी कंपनी डिजिटल करेंसी में निवेश करती है और निवेशकों को प्रतिदिन 1% मुनाफा देती है। इस झांसे में आकर मनीराम और उनके साथियों ने कुल 24 लाख रुपये निवेश किए।
मुनाफा मिलने के बाद अचानक रुके भुगतान
कुछ समय तक निवेशकों को रोजाना मुनाफा मिलता रहा, लेकिन बाद में पैसे आने बंद हो गए। जब उन्होंने कंपनी से संपर्क किया, तो गोलमोल जवाब मिलने लगे। कुछ दिनों बाद कंपनी ने साफ्टवेयर हैक होने का बहाना दिया और कहा कि सभी निवेश डूब गए हैं।
आरोपी फरार, पुलिस जांच में जुटी
कंपनी के प्रचारक अपने घर छोड़कर फरार हो गए। इस धोखाधड़ी के खुलासे के बाद निवेशकों ने तुरंत तारबाहर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
