
जंग हारकर भी पाकिस्तान का भ्रम कायम
मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए 4 दिन के युद्ध में पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में मौजूद आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी हार से सबक लेने के बजाय अब भी चीनी हथियारों की झूठी तारीफ कर रहा है।
पाकिस्तानी सेना का अजीबो-गरीब दावा
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने इंटरव्यू में कहा कि, “हाल ही में इस्तेमाल किए गए चीनी हथियारों ने शानदार प्रदर्शन किया।”
लेकिन सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान वास्तविकता से कोसों दूर है। दरअसल, पाकिस्तान के चीनी J-10C फाइटर जेट और अन्य हथियार भारत की स्वदेशी मिसाइल और ड्रोन तकनीक के सामने पूरी तरह बेअसर साबित हुए थे।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की करारी जवाबी कार्रवाई
भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला था। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी।
-
भारत ने ड्रोन और मिसाइल हमलों से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह किया।
-
महज 4 दिन के भीतर पाकिस्तान की सेना पूरी तरह बैकफुट पर चली गई।
-
10 मई को मजबूरी में पाकिस्तान को सीजफायर के लिए हामी भरनी पड़ी।
पाकिस्तानी वायुसेना भी हुई थी बुरी तरह नाकाम
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने स्वीकार किया था कि जंग में उनकी वायुसेना ने चीनी J-10C जेट का इस्तेमाल किया। लेकिन भारत ने साफ कहा कि इस दौरान पाकिस्तान के कई सैन्य विमान ध्वस्त कर दिए गए।
सैन्य विश्लेषकों के मुताबिक –
-
भारत की मिसाइल और ड्रोन टेक्नोलॉजी पाकिस्तान से कहीं ज्यादा आधुनिक और सटीक है।
-
चीनी हथियारों पर निर्भर पाकिस्तान की पूरी रणनीति ध्वस्त हो गई।
भारत के स्वदेशी हथियारों की ताकत
मई की जंग ने साफ कर दिया कि भारत के स्वदेशी हथियार और तकनीक न केवल भरोसेमंद हैं बल्कि बेहद घातक भी। पाकिस्तान चाहे जितना चीनी हथियारों का गुणगान करे, लेकिन सच यही है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत की रणनीति और स्वदेशी ताकत ने उसे मात दी।
