
सूरजपुर, छत्तीसगढ़। जिले के एक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मरीज की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें 3 केंद्र के कर्मचारी और 6 इलाज करवा रहे मरीज शामिल हैं। एक नाबालिग आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया है।
मरीज की मौत का समय और परिस्थितियां

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मृतक विजय कुमार को उनकी पत्नी वर्षा ने 26 मार्च को केंद्र में भर्ती कराया था।
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29 मार्च को विजय की मौत हो गई।
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केंद्र की तरफ से कॉल आने पर परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां उन्हें विजय के मृत होने की सूचना मिली।
पत्नी ने लगाया था मारपीट का आरोप, जांच में निकला सच
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विजय की पत्नी ने आरोप लगाया था कि केंद्र के कर्मचारियों ने उनके पति के साथ मारपीट की थी।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज की जांच में मारपीट की पुष्टि हुई।
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डीआईजी व एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 103 और 191(2) के तहत केस दर्ज किया।
झारखंड से पकड़े गए आरोपी, एक नाबालिग भी शामिल
पुलिस ने 5 आरोपियों को झारखंड के लातेहार जिले के महुआडांड थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी:
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विरेंद्र (23 वर्ष), भुलंगा, सरगुजा
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तेन्जिंग छंगपा (43 वर्ष), लुरैना, मैनपाठ
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राजदेव तिवारी (21 वर्ष)
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संतोष गोस्वामी (25 वर्ष), भभुआ, बिहार
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कृष्णा कुमार प्रजापति (38 वर्ष), नावापारा, करंजी
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मनोज कुमार कर्ष (27 वर्ष), चर्चा, कोरिया
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लक्ष्मी प्रसाद (24 वर्ष), नमदगिरी, सूरजपुर
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अमित तिग्गा (39 वर्ष), कासाबेल, जशपुर
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1 नाबालिग आरोपी
पूछताछ में कबूली वारदात की बात
पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों ने विजय के साथ मारपीट की बात स्वीकार कर ली है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आगे की जांच तेज़ी से कर रही है।
सवाल खड़े करता है सिस्टम पर भरोसा
जहां नशा मुक्ति केंद्र उम्मीद की किरण होना चाहिए, वहां पर इस तरह की घटना प्रशासन, व्यवस्था और देखरेख पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
