बिलासपुर। बिलासपुर के लॉज में मध्यप्रदेश के एक युवक की लाश मिली है। उसी कमरे में रिटायर्ड टीचर भी ठहरा हुआ था। सुबह नींद खुलने पर वह वॉक पर चला गया। जब वापस आया, तब तक MR सो रहा था। इस दौरान उसके मोबाइल की घंटी बजी, तब भी वह नहीं उठा। इससे घबराए टीचर ने लॉज के कर्मचारियों को जानकारी दी।
इधर, परिजनों ने अचानक हुई मौत पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है। टीआई प्रदीप आर्या के मुताबिक मृतक तरूवेंद्र तिवारी (40) सतना जिले के अमरपाटन क्षेत्र के मझगंवा गांव का रहने वाला था। वह किसी मेडिकल कंपनी में MR का काम करता था। तरूवेंद्र तिवारी रायपुर में किराये का मकान लेकर रहता था। बुधवार को किसी काम के सिलसिले में शहर आया था। काम निपटाने के बाद वे जूनी लाइन स्थित संतोष लाज में ठहरे थे।
लॉज के जिस कमरे में MR ठहरा था। उसी में रायगढ़ निवासी एक रिटायर्ड शिक्षक भी रुके थे। दोनों गुरुवार की देर रात तक आपस में बातचीत कर रहे थे। रिटायर्ड टीचर की सूचना पर लॉज के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचकर उसे जगाने की कोशिश की। शरीर में जब कोई हलचल नहीं हुई तो पुलिस को सूचना दी गई। घटना की जानकारी परिजनों को देने के बाद वो लोग भी शुक्रवार शाम तक पहुंच गए, जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा। इधर, तरूवेंद्र तिवारी की अचानक हुई मौत पर परिजनों ने सवाल उठाया है। उन्होंने बताया कि उसकी डेड बाडी का रंग बदल गया था, जिससे या तो उसे जहर दिया गया होगा या फिर कोई और वजह होगी।जिसके चलते शरीर का कलर चेंज हो गया था। ऐसे में उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
परिजनों ने बताया कि तरूवेंद्र पिछले 5 साल से काम के सिलसिले में बिलासपुर आ रहा था। लॉज में भी उसकी पुरानी जान पहचान थी। वह उसी लॉज में ठहरता था। गुरुवार की शाम 6.30 बजे उसकी आखिरी बार बात हुई थी, तब वह बिल्कुल नार्मल था और एकदम स्वस्थ्य था। इसके बाद अचानक उसकी मौत की खबर से परिवार के लोग हैरान हैं।