भिलाई [न्यूज़ टी 20] Commonwealth Games 2022: भारतीय पहलवानों ने कॉमनवेल्थ गेम्स में बेहतरीन शुरुआत की है. रेसलिंग के खिलाड़ी अब तक 6 मेडल जीत चुके हैं. बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने लगातार दूसरी बार गोल्ड जीता.
काॅमनवेल्थ गेम्स में भारतीय पहलवानों ने शानदार शुरुआत की है. पहले ही दिन उन्होंने 6 मेडल जीत लिए. इसमें 3 गोल्ड और एक सिल्वर मेडल शामिल है. बजरंग पूनिया के अलावा के अलावा साक्षी मलिक और दीपक पूनिया ने गोल्ड पर निशाना लगाया.
बजरंग पूनिया ने पुरुषों के 65 किग्रा वेट कैटेगरी में गोल्ड जीता. यह उनका गेम्स का लगातार दूसरा गोल्ड है. फाइनल में उन्होंने कनाडा के लछलन मैकनील को 9-2 से मात दी. इससे पहले बजरंग ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड के जॉर्ज रैम पर 10-0 से बड़ी जीत हासिल की थी.
दीपक पूनिया टोक्यो ओलंपिक में मेडल नहीं जीत सके थे. लेकिन उन्होंने यहां निराश नहीं किया. उन्होंने 86 किग्रा वेट कैटेगरी में पाकिस्तान के पहलवान मोहम्मद इनाम को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
महिला पहलवान साक्षी मलिक ने लगातार तीसरे गेम्स में मेडल जीता. हालांकि वे पहली बार गोल्ड मेडल जीतने में सफल हुई हैं. उन्होंने 62 किग्रा वेट कैटेगरी के फाइनल में कनाडा की एना गोडिनेज गोंजालेज को मात दी. 2018 में उन्हें ब्रॉन्ज जबकि 2014 गेम्स में सिल्वर मिला था.
भारतीय पहलवान मोहित ग्रेवाल ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीता. उन्होंने 125 किग्रा वेट कैटेगरी के मेडल मुकाबले में जमैका के आरोन जॉनसन को मात दी. इससे पहले उन्हें सेमीफाइनल में अमरवीर धेसी से 2-12 से हार मिली थी.
महिला पहलवान दिव्या काकरान भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहीं. 68 किग्रा वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल में वे नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से हार गई थीं. इसके बाद रेपचेज से वे मेडल तक पहुंचीं. उन्होंने टाइगर लिली कॉकर लेमालियर को सिर्फ 30 सेकंड में हराकर मेडल जीता.
एक और जूनियर महिला पहलवान अंशु मलिक हालांकि गोल्ड नहीं जीत सकीं. उन्हें 57 किग्रा वेट कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता. फाइनल में वे नाइजीरिया की ओडुनायो अदेकुओरोये से 4-6 से हार गईं. इससे पहले सेमीफाइनल में वे 10-0 से जीत हासिल करने में सफल रही थीं.
कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास की बात करें, तो भारत सिर्फ 3 ही खेलों में 100 से अधिक मेडल जीत सका है. इसमें कुश्ती भी शामिल है. इसके अलावा शूटिंग और वेटलिफ्टिंग में भी हमारा प्रदर्शन बेहतरीन है. मौजूदा गेम्स में अभी कई पहलवानों के मुकाबले बचे हैं, जो मेडल के दावेदार हैं.