रायपुर। रायपुर में गौवंश तस्करी करने वाले गिरोह का रायपुर पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में 2 अंतरराज्यीय तस्कर समेत 6 तस्करों की गिरफ्तारी की है। 2 दिन पहले आमानाका थाना इलाके में गौ-रक्षकों ने एक कंटेनर को पकड़ा था जिसमें 83 गायों की तस्करी हो रही थी। इस कंटेनर में अलग-अलग नंबर प्लेट भी थे। इस कंटेनर को ओडिशा के नवरंगपुर से आंध्रप्रदेश के विजयनगरम ले जाने की तैयारी थी। 6 आरोपियों में से एक हैदराबाद के रहने वाले गौ तस्करी के मास्टर माइंड इब्राहीम कुरैशी है। वहीं दूसरा आरोपी यूपी निवासी शाहनवाज है। इसके अलावा चार आरोपी छत्तीसगढ़ से हैं।

11 गायों की हो गई थी मौत

आमानाका थाना क्षेत्र में 11 फरवरी को गौ रक्षकों ने एक कंटेनर को पकड़ा था। इस कंटेनर में करीब 83 गायों की तस्करी की जा रही थी। इसमें 13 गायों की मौत भी हो गई थी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल मचाया था।

बवाल के बाद पुलिस ने कंटेनर को थाने में सीज कर जांच की तो उसमें केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के अलग-अलग नंबर प्लेट मिले। इसमें फ्लिप वाला नंबर प्लेट भी लगा हुआ है, जिसके दोनों तरफ अलग-अलग राज्यों का नंबर था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में फास्ट-टैग पर डिटेल एवं CCTV फुटेज की जांच की।

साथ ही पुलिस ने मवेशियों के मालिक और किसानों की भी जानकारी निकाली। पशु मालिकों से पूछताछ करने पर पता चला कि उन्होंने खेमचंद साहू को अपनी गाय बेची थी। इसके बाद पुलिस ने खेमचंद साहू को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि उसने ओंकार कुर्रे को 24 गाय दी है। इसके बाद धमतरी के सिहावा से ओंकर कुर्रे को भी गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने ओंकार कुर्रे से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह गाय को खरीदकर ओडिशा के जिला नूआपाड़ा में बेचता था। इसे हैदाराबाद के रहने वाला इब्राहिम कुरैशी और उसके साथी खरीदते थे। इस मामले में पुलिस ने कॉल डिटेल और लोकेशन ट्रेस करके इब्राहिम और शाहनवाज को ओडिशा के नवरंगपुर से पकड़ लिया। उनसे पूछताछ के आधार पर 2 और आरोपियों सानू कुरैशी एवं आमीर रजा को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से ट्रक और कार जब्त की गई है। वहीं 83 गायों में से 72 गायों को कबीरनगर स्थित गौशाला में रखा गया है। 11 मृत गायों का पोस्टमॉर्टम करने के बाद उन्हें दफनाया गया है।

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