रायपुर। छत्तीसगढ़ के न्यायधनी में होटल सेंट्रल पॉइंट के पीछे स्कूल वैन चालक की बेरहमी से हत्या मामले की गुत्थी को बिलासपुर पुलिस ने सुलझा लिया है। चचेरे भाई ने प्रेमिका के साथ मिलकर ही भाई की हत्या कर दी थी। हत्या से पहले पुलिस से बचने के लिए आरोपी टीवी पर क्राइम पेट्रोल देखा करता था। इस सीरियल से वो पुलिस से बचने की तरकीब सीखता था। इस मामले में पुलिस ने मृतक के चचेरे भाई, उसकी प्रेमिका और एक अन्य को गिरफ्तार किया है।

Chhattisgarh Crimes

जानिए क्या था मामला

दरअसल, 14 अप्रैल की सुबह चकरभाठा स्थित होटल सेन्ट्रल पाईंट के पीछे एक अज्ञात लाश मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो शव के शरीर मे काफी छोटे थी और एक हाथ का पंजा भी काटकर अलग कर दिया गया था। मौके से शराब की बोतल भी बरामद की गई थी। इस मामले को एसपी संतोष सिंह गंभीरता से लेते हुए ASP राजेन्द्र कुमार जायसवाल को मामले में जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। ACCU टीम और थाना की टीम मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त दीपक यादव पिता परदेशी यादव उम्र करीब 30 साल निवासी मकान नम्बर 17 वार्ड न. 48 चौबे कॉलोनी अटल आवास नया सरकण्डा के रूप में की। मृतक पेशे से ड्राईवर था।

बियर की बोतल से मिला शुराग

मृतक के संबंध में आसपास पूछताछ की जा रही थी कि घटना स्थल पर ही घटना में प्रयुक्त खून से लथपथ बीयर बॉटल पड़ा मिला, बीयर बॉटल के पंजीयन नम्बर से बीयर बॉटल की निकी स्थान का पता लगाया गया। बीयर बॉटल व्यापार विहार स्थित शराब दुकान से खरीदा गया था। जानकारी मिली शराब दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे से संदिग्धो की पहचान की गई एवं संदिग्धों की जानकारी एकत्र की गई जो पता चला की संदिग्धों का संबंध मृतक से है।

मृतक का प्रेमिका से बात करना पसंद नहीं था चचेरे भाई को

ACCU को पूछताछ एवं साक्ष्य संकलन दौरान पता चला की सरकण्डा अटल आवास की ललिता यादव जो अपने पति को छोड़ कर रह रही है उसका संबंध आरोपी दुर्गेश यादव से था। लेकिन दुर्गेश यादव ललिता यादव का किसी और से बातचीत करना दुर्गेश को पसंद नहीं था। इस बात से दुर्गेश काफी नाराज रहता था। अपने चचेरे भाई मृतक दीपक यादव व ललिता यादव के बीच संबंध होने की बात पर कई बार ललीता से झगडा भी हुआ था और मृतक दीपक को जान से मार दूंगा कहकर धमकी भी देता था। इसी बात को लेकर कई बार मृतक दीपक और आरोपी दुर्गेश यादव के बीच झगडा भी हुआ था।

दीपक के नहीं मानने पर दुर्गेश अपनी प्रेमिका ललिता के साथ मिलकर उसके हत्या की प्लानिग तैयार की। साथ ही हत्या की घटना के बाद पुलिस से बचने की तरकीब के लिए यु-ट्यूब पर काईम पेट्रोल देखा करते थे।

ऐसे दिया घटना को अंजाम

प्लांनिग के तहत 14 अप्रैल की शाम मृतक दीपक यादव को दुर्गेश नूतन चौक में मिला। दीपक यादव की गाडी नूतन चौक में डी घुडवाकर अपने साथ कंपनी की मारूती ब्रेजा गाडी में बैठाकर व्यापार विहार ले आया। यहाँ से अपने दोस्त हाईड्रा केन ऑपरेटर मनोज यादव को साथ मिलाकर शराब पीलाने का झांसा देकर मृतक दीपक यादव को साथ लेकर पहले व्यापार विहार शराब दुकान से बीयर व अन्य सामान खरीदकर ब्रेजा गाडी में चकरभाठा पहुंचे। यहां पर सुनसान इलाके में गाडी खड़ी कर दुर्गेश यादव व मनोज यादव दोनों ने मिलकर मृतक को शराब पीलाकर उसी बीयर बॉटल, गाडी में रखे धारदार पेचकस व घटना स्थल के पास पडे सेनेटरी पत्थर से वार कर हत्या कर दी। घटना के बाद शव वहीं छोडकर ब्रेजा कार से भाग गये थे।

दुर्गेश यादव ने उपरोक्त घटना की जानकारी अपनी प्रेमिका व सह आरोपी ललीता यादव को दी। इस तरह उपरोक्त तीनों आरोपीयो द्वारा एकराय होकर अपराध को अंजाम दिया गया था।

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