
रायपुर। छत्तीसगढ़ में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार, 21 जुलाई को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक प्रदेशव्यापी आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान किया है। यह प्रदर्शन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में किया जा रहा है। हालांकि, छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स ने इस बंद का खुला विरोध करते हुए इसका समर्थन करने से इनकार कर दिया है।
चेंबर ऑफ कॉमर्स ने क्यों किया बंद का विरोध?
छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के महामंत्री अजय भसीन ने एक वीडियो संदेश में कहा कि चेंबर किसी भी तरह की आर्थिक नाकेबंदी या बंद का समर्थन नहीं करता है। उनका मानना है कि देश की वर्तमान आर्थिक गति को ऐसे आंदोलनों से नुकसान पहुंच सकता है।

उन्होंने कहा कि:
“इस तरह के बंद से व्यापार में रुकावट आती है, जिससे छोटे व्यापारियों और रोज कमाने-खाने वालों पर सीधा असर होता है।“
इसलिए चेंबर ने तटस्थ रहने का निर्णय लिया है।
भूपेश बघेल का बड़ा बयान: “ईडी बनी बीजेपी की विंग”
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जो हाल ही में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा बराड़ के साथ दिल्ली से रायपुर लौटे हैं, उन्होंने एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में ईडी पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि:
“ईडी अब बीजेपी का राजनीतिक हथियार बन चुकी है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी इस एजेंसी की साख पर बड़ा तमाचा है।“
भूपेश बघेल ने यह भी आरोप लगाया कि ईडी का स्ट्राइक रेट सिर्फ 1% है और इसे विपक्ष को टारगेट करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर भी उठाए सवाल
पूर्व सीएम ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि
“मीटिंग में उपराष्ट्रपति स्वस्थ दिखे थे, ऐसे में इस्तीफे की वजह कोई गंभीर मामला हो सकता है।“
