जगदलपुर। कमिश्नर श्याम धावड़े ने मंगलवार को बस्तर विकासखंड के छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने बस्तर विकासखंड मुख्यालय में स्थित शासकीय पोस्ट व प्री मैट्रिक बालक छात्रावास, आदिवासी कन्या आश्रम शाला विश्रामपुरी, कन्या छात्रावास केशरपाल और प्री व पोस्ट बालक छात्रावास का निरीक्षण किया।
बस्तर विकासखंड मुख्यालय में स्थित शासकीय पोस्ट व प्री मैट्रिक बालक छात्रावास में साफ-सफाई, शौचालय की व्यवस्था, पानी की व्यवस्था और छात्रावास की अन्य सामग्रियों का व्यवस्थित नहीं रखने के लिए दोनों अधीक्षकों और बस्तर के प्रभारी मण्डल संयोजक का दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए। साथ ही व्यवस्था को एक सप्ताह में दुरूस्त करने के निर्देश भी दिए।
बस्तर विकासखंड मुख्यालय में स्थित शासकीय पोस्ट व प्री मैट्रिक बालक छात्रावास परिसर में निर्मित सीसी सड़क की गुणवत्ता की जाँच समिति के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने छात्रों से खेल-सामग्री,पढ़ाई की व्यवस्था का संज्ञान लिया, बच्चों ने बताया कि 3 साल से उन्हें खेल सामग्री नहीं मिली है। कमिश्नर ने अधीक्षक को खेल सामग्री देने के निर्देश दिए।
निरीक्षण दौरे में कमिश्नर धावड़े ने विश्रामपुरी के कन्या आश्रम में पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने तथा कन्या आश्रम केशरपाल को नए भवन में एक सप्ताह में शिफ्ट करवाने के लिए आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी को निर्देशित किये। कन्या आश्रम केशरपाल के नए भवन को पांच साल से बना है। किन्तु नए भवन में छात्रावास को शिफ्ट नहीं करवाने के लिए कमिश्नर ने मण्डल संयोजक शिव ठाकुर को निलंबित किया।
साथ ही सब इंजीनियर का दो वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए। आश्रम छात्रावास के व्यवस्था के लिए सहायक आयुक्त को स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने इसके साथ ही चपका स्थित बालक छात्रावास का भी निरीक्षण किया। ज्ञात हो कि संबंधित छात्रावासों के छात्रों द्वारा कमिश्नर कार्यालय में पहुंचकर की गई व्यवस्थाओं के संबंध में शिकायत पर कमिश्नर ने गंभीरता से लेते हुए संस्थाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण में डिप्टी कमिश्नर बी एस सिदार, माधुरी सोम, एसडीएम बस्तर ओ पी वर्मा, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी थे।