भिलाई नगर (न्यूज़ T20)। ओबीसी नेता नायब सिंह सैनी अब हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे । इस आशय का फैसला आज दोपहर चंडीगढ़ में संपन्न हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में लिया गया है। इसके पहले सुबह लगभग 11:30 बजे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपना इस्तीफा राज भवन जाकर राज्यपाल को सौंप दिया । खट्टर के साथ ही पूरे मंत्रिमंडल का भी इस्तीफा कर दिया गया है । इससे यह बात साफ हो गई है कि अगले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में भी बदलाव होना है और कुछ नए चेहरे नए मंत्रिमंडल में देखे जा सकते हैं । आपको बताते चलें कि आज सुबह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग को जिस तरह से पर्यवेक्षक बनाकर चंडीगढ़ भेजा गया था , तभी से इस बात के संकेत मिलने लगे थे कि हरियाणा में कोई बड़ा उलट फेर होने वाला है। यह भी चर्चा थी कि खट्टर के इस्तीफे के बाद संजय भाटिया, नायब सिंह सैनी या फिर अनिल ब्रिज को हरियाणा की कमान सौंपी जा सकती है ।एक चर्चा यह भी थी कि खट्टर को ही दोबारा मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, लेकिन तमाम कयासों को दरकिनार कर आखिरकार दोपहर लगभग 2:00 बजे खबर आ गई कि अब नायब सिंह सैनी हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के नए सेनापति होंगे और मनोहर लाल खट्टर करनाल से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। आपको यह भी बता दें कि नायब सिंह सैनी फिलहाल करनाल से ही लोकसभा के सांसद हैं। एक और महत्वपूर्ण खबर ये है कि दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी में भी अब बिखराव नजर आ रहा है और यह संकेत भी मिल रहे हैं कि उनके 10 विधायकों में से सात विधायक भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं । आपको याद होगा कि कल ही दुष्यंत चौटाला ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर अपनी पार्टी के लिए 10 में से 2 सीटें मांगी थी , तब उन्हें टाल दिया गया था। आज सुबह जब भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक की घोषणा हुई तब कुछ निर्दलीय विधायकों को भी बैठक में आमंत्रित किया गया था लेकिन जेजेपी के विधायकों को नहीं बुलाया गया था और तभी से यह बात स्पष्ट हो गई थी कि हरियाणा में चल रहा भारतीय जनता पार्टी और जेजेपी का गठबंधन कभी भी टूट सकता है। जेजेपी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला का अगला कदम क्या होगा यह तो फिल्हाल स्पष्ट नहीं है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं कि हरियाणा में आगामी लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी अपने दम पर लड़ेगी और पूरी 10 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी और यह पूरी कवायद आगामी लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर ही की गई है । मुलायम सिंह सैनी के साथ और कौन शपथ लेगा यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है लेकिन यह माना जा रहा है कि उनके मंत्रिमंडल में निश्चित रूप से कई नए चेहरे देखने को मिलेंगे।