रायपुर. देश में 2000 के नोट चलन में बंद करने के फैसले पर सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि 2016 में नोट लॉन्च किया था. अब 2023 में बंद कर दिया. यह खुद का ही फैसला है न? पहले यह बताएं कि शुरू क्यों किया था और अब बंद क्यों कर दिया? सीएम ने कहा कि यह तो थूककर चाटना है.
कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार व अन्य मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह से लौटने के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम बघेल ने कहा कि यह देश के इन्कम टैक्स पेयर्स का पैसा है. ऐसा कैसे संभव है कि जब चाहे चालू किया और फिर बंद कर दिया. यह बताना चाहिए कि क्या देश को क्रिप्टो करेंसी या बिटकॉइन की तरफ तो नहीं ले जा रहे हैं.
सीएम ने चुटकी के अंदाज में कहा कि 2016 में इसे शुरू किया गया था, तब कहा गया कि नैनो चिप लगा है. जमीन के 150 फीट नीचे गाड़ देंगे तो पता चल जाएगा कि काला धन कहां है? काला धन खत्म नहीं हुआ नोट का अस्तित्व समाप्त हो गया. लाया क्यों था, यह पता नहीं. अब बंद क्यों किया यह नहीं बता रहे. छापने में सैकड़ों करोड़ लग गए. 500-1000 का नोट बंद किया, तब भी खर्च आया था. नोटबंदी, जीएसटी, लॉकडाउन, आईटी और ईडी के कारण देश के व्यापारी व उद्योगपति देश छोड़कर बाहर जा रहे हैं. भारत की करंसी से विश्वास खत्म हो गया. सीएम ने कहा, ‘हमारे पास तो दो हजार का नोट नहीं है भैया.’
विपक्षी एकता पर बीजेपी पर निशाना –
सीएम ने बताया कि वे कर्नाटक में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने शपथ ग्रहण में शामिल हुए. इस समारोह में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, शरद पवार, कांग्रेस शासित चारों राज्यों के मुख्यमंत्री, जिन राज्यों में गठबंधन की सरकार है, वहां के मुख्यमंत्री मौजूद थे. कर्नाटक की जीत से कार्यकर्ताओं में उत्साह है. 25 मई को राष्ट्रीय अध्यक्ष बैठक ले रहे हैं. कर्नाटक के बाद छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश राजस्थान और तेलंगाना के संबंध में बैठक ले रहे होंगे ऐसा लगता है. शपथ ग्रहण समारोह के बहाने विपक्षी एकता पर सीएम ने कहा कि विपक्षी एकता के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं. लोग जुड़ते जा रहे हैं और जुड़ते भी जाएंगे. इस जुड़ाव से जिन्हें तकलीफ हो रही है, वे बहुत ज्यादा चिंतित हैं.
खरगे-राहुल नहीं आ पाएंगे –
सीएम ने बताया कि भरोसे का सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी नहीं आ पाएंगे. वे अलग-अलग कार्यक्रमों में व्यस्त हैं, इसलिए कार्यक्रम में मंत्रिमंडल के सदस्य और विधानसभा अध्यक्ष शामिल होंगे. पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के सोशल मीडिया पर पोस्ट को लेकर सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार के आदेश पर फोर्टिफाइड चावल दे रहे हैं. पहले कोंडागांव में शुरू किए, फिर सभी जिलों में कर रहे हैं. लगता है कि रमन सिंह सपना देखते हैं और कभी कभी मोदीजी से बड़े हो जाते हैं. केंद्र सरकार की योजना है कि फोर्टिफाइड राइस मिलना चाहिए.