
कोरबा, छत्तीसगढ़। कोरबा जिले के बालको नगर क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां सिर्फ 78% अंक लाने पर 9वीं कक्षा की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान 14 वर्षीय जानवी राजपूत के रूप में हुई है। परिजन इस हादसे से सदमे में हैं और रो-रो कर उनका बुरा हाल है।
उच्च अंक लाने का था दबाव, उम्मीद से कम नंबर आने पर टूटी बच्ची
परिजनों के मुताबिक, जानवी ने हाल ही में 9वीं की परीक्षा में 78 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे, लेकिन वह इससे कहीं अधिक की अपेक्षा कर रही थी। अपेक्षा से कम परिणाम आने पर वह तनाव में चली गई। उसने खुद को कमरे में बंद किया और फांसी लगाकर जान दे दी।

पिता ने बंधाया था हौसला, लाए थे मिठाई और नए कपड़े
इस बीच यह भी सामने आया है कि जानवी के पिता ने बेटी का हौसला बढ़ाने के लिए उसे मिठाई और नए कपड़े दिए थे, ताकि वह खुश हो सके। लेकिन मानसिक तनाव इतना ज्यादा था कि बच्ची यह कदम उठा बैठी।
मौके पर पहुंची पुलिस, शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
घटना की सूचना मिलते ही बालको नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा, और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
मनोवैज्ञानिक दबाव बना बन रहा खतरा, आत्महत्या जैसे कदम की ओर बढ़ रहे बच्चे
यह घटना एक बार फिर से यह सवाल उठाती है कि शिक्षा में अंक आधारित मानसिक दबाव किस कदर खतरनाक होता जा रहा है। विशेषज्ञ लगातार सलाह देते हैं कि बच्चों को असफलता और अपेक्षाओं से निपटना भी सिखाना जरूरी है।
