उज्जैन|News T20: उज्जैन में हवाई सेवा शुरू किए जाने की चर्चा लंबे समय से चल रही है और यहां एयरपोर्ट निर्माण को लेकर कोशिशों का दौर लगातार जारी है। अब हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को इस बारे में चर्चा करते हुए देखा गया।
उज्जैन में हवाई सेवा शुरू किए जाने की चर्चा लंबे समय से चल रही है और यहां एयरपोर्ट निर्माण को लेकर कोशिशों का दौर लगातार जारी है। अब हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को इस बारे में चर्चा करते हुए देखा गया। उज्जैन मुख्यमंत्री का गृह नगर है और मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह कहा है कि उज्जैन में लोग हेलीपैड और हवाई जहाज से आना-जाना कर सके इसके लिए एयरपोर्ट का निर्माण किया जाएगा। वह यह कहते दिखाई दिए कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। ऐसे में देव स्थलों पर काम करने की अधिक आवश्यकता है। उज्जैन में भी पर्यटन को ध्यान में रखते हुए हवाई सेवा शुरू की जाएगी।
हवाई पट्टी का हुआ निरीक्षण
उज्जैन में एयरपोर्ट बनाए जाने की कवायद लंबे समय से चल रही है और बीते दिनों ही विमानन विभाग के अधिकारी देवास रोड की दताना मताना हवाई पट्टी का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान एयरपोर्ट अथॉरिटी के पदाधिकारी भी मौजूद थे। इस निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि एयरपोर्ट बनाने के लिए कितनी जमीन लगेगी और इसके लिए आसपास के क्षेत्र का अधिग्रहण करने के साथ बुनियादी सुविधाओं का निर्माण में लगभग कितना खर्च आएगा। खर्चे से संबंधित प्रस्ताव राजस्व एवं लोक निर्माण विभाग से मांगा गया था। जब इस पर रिपोर्ट तैयार की गई तो यह सामने आया कि लगभग 250 से 300 करोड रुपए खर्च होने के बाद एयरपोर्ट का निर्माण हो सकेगा। खर्च का अनुमान लगाया जा चुका है और जगह का निरीक्षण भी हो गया है। अब ऐसे में एयरपोर्ट निर्माण की यह कोशिश धरातल पर कब उतरती है यह देखने वाली बात है। एयरपोर्ट निर्माण को लेकर उज्जैन कलेक्टर का कहना है कि विमानन अधिकारियों ने जगह का निरीक्षण किया है। विस्तृत कार्य योजना बनाकर जल्द ही मुख्यमंत्री के सामने पेश की जाएगी।
बढ़ जाएंगी सुविधाएं
उज्जैन में एयरपोर्ट का निर्माण हो जाता है तो बाबा महाकाल की नगरी महानगर बनने की ओर अपना एक और कदम बढ़ा लेगी। शहर में प्रॉपर्टी के रेट लगातार बढ़ते जा रहे हैं और आजकल मकान या प्लाट खरीदना काफी महंगा हो गया है। आने वाले समय में देवास रोड, मक्सी रोड पर कई सारे मॉल, अस्पताल और कॉलेज खोले जा सकते हैं। एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित भूमि भी उज्जैन-देवास-इंदौर मार्ग पर पड़ती है जो शहर के विकास में काफी योगदान देगी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से पहले केंद्रीय नागरिक उद्यान मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उज्जैन में एयरपोर्ट बनाए जाने की बात कर चुके हैं।
कैसे बनेगा एयरपोर्ट
सभी जानते हैं कि साल 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ महाकुंभ का आयोजन होने वाला है। इसमें करीब 30 करोड़ लोगों के आने का अंदाजा लगाया जा रहा है। अगर इसके पहले एयरपोर्ट का निर्माण हो जाता है तो आवागमन में काफी सुविधा होने वाली है। अगर एयरपोर्ट निर्माण होता है तो इसके लिए लगभग 300 एकड़ जमीन लगेगी। जिसमें 1400 मीटर से ज्यादा का रनवे बनाया जाएगा जिस पर बोइंग और एयरबस जैसे विमान भी आसानी से लैंड कर सकेंगे। सिंहस्थ में फिलहाल वक्त है और अगर जल्द काम शुरू कर दिया जाए तो उससे पहले एयरपोर्ट तैयार हो जाएगा।