रायपुर / छत्तीसगढ़ में पिछले चार दिन से ED की टीम लगातार अफसरों, कारोबारियों के यहां छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। ईडी ने IAS समीर विश्नोई और दो कारोबारियों को गुरुवार को गिरफ्तार भी कर लिया। इस पूरी कार्रवाई पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जमकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ED छापों के बाद बताती क्यों नहीं कि कहां कितना कैश मिला, संपत्ति मिली, क्या गड़बड़ी मिली। ये छापे भाजपा हमें डराने-झुकाने के लिए करवा रही है, लेकिन हम डरेंगे नहीं।
भेंट मुलाकात कार्यक्रम से वापस लौटे सीएम बघेल ने मीडिया से कहा कि, ED को भाजपा सरकार के समय हुए घोटाले क्यों नहीं दिख रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल में जो सबसे बड़ा नान घोटाला हुआ उसकी जांच क्यों नहीं कर रही है। जिसमें साफ दस्तावेज है कि ‘सीएम और सीएम मैडम’ के नाम पर करोड़ों रुपए का लेनदेन लिखा है। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय – ED की छापेमारी के बाद पहली बड़ी कार्रवाई हुई है। IAS समीर विश्नोई के घर में 4 किलो सोना और 20 कैरेट हीरा मिला है। इसके साथ 47 लाख रुपए कैश मिला है।
ईडी की टीम ने 7 दिन की ट्रांजिट रिमांड मांगी है। इस रिमांड का विरोध करने कुछ नामी वकील भी आरोपियों की तरफ से कोर्ट में बहस कर रहे हैं। उधर विश्नोई की पत्नी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर ईडी के जबरदस्ती परेशान करने की शिकायत की है माइनिंग विभाग में पहुंची ईडी की टीम कलेक्टर रानू साहू के बंगले में जांच के एक दिन बाद गुरूवार को कम्पोजिट बिल्डिंग स्थित माइनिंग ऑफिस में दबिश दी गई। इसके पहले कम्पोजिट बिल्डिंग को सीआरपीएफ की टीम ने अपने घेरे में ले लिया था। अधिकारी माइनिंग ऑफिस के अधिकारियों की टीम दस्तावेज खंगाल रही है।
पहले भी मुख्यमंत्री बोल चुके हमला –
ईडी की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले भी कह चुके हैं कि, भाजपा सीधे लड़ नहीं पा रही है तो ईडी- आईटी, डीआरआई के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि ये और आएंगे । यह आखिरी नहीं है जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा इनकी यात्राएं बढ़ेंगी। यह डराने-धमकाने का ही काम है। उसके अलावा कुछ नहीं ।
रमन सिंह ईडी के प्रवक्ता –
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, रमन सिंह ED के प्रवक्ता बने घूम रहे हैं। उन्हें बताना चाहिए कि, किसके घर क्या मिला। 40 घंटे में गिन नहीं पा रहे हैं क्या। और जांच करना है, तो पनामा घोटाले की क्यों नहीं हो रही है। उसमें रमन सिंह और उनके लड़के का साफ नाम है। बताना चाहिए कि 10 साल में उनकी आय कैसे बढ़ गई। केंद्रीय एजेंसी गैर भाजपा राज्यों में ही भेजी जा रही है।
रमन सिंह ईडी के प्रवक्ता –
भूपेश बघेल बोले कि हर चुनाव से पहले यहां ईडी का छापा होता है। उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले ईडी आई थी फिर असम चुनाव से पहले भी छापा मारा गया, अब हिमाचल प्रदेश में चुनाव है तो फिर छापे पड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ में जब चुनाव होगा तो लगता है कि ये लोग यहीं रह जाएंगे।
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय – ED की छापेमारी के बाद पहली बड़ी कार्रवाई हुई है। ED ने चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और IAS अधिकारी समीर विश्नोई को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया। जहां 8 दिन की रिमांड मंजूर हो गई है। दोनों कारोबारियों को भी 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। हालांकि ईडी की टीम ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी।
कोर्ट ने अपने फैसले में सुनाया है कि, पूछताछ रायपुर में वकीलों की मौजूदगी में होगी। लेकिन संपर्क नहीं कर सकते. प्रत्येक दो दिनों में एक घंटे वकील से मुलाकात कराई जाएगी। ED ने कोर्ट में बताया है कि, समीर विश्नोई के घर में 4 किलो सोना और 20 कैरेट हीरा मिला है। इसके साथ 47 लाख रुपए कैश मिला। इस रिमांड का विरोध करने कुछ नामी वकील भी आरोपियों की तरफ से कोर्ट में बहस किए। उधर विश्नोई की पत्नी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर ईडी के जबरदस्ती परेशान करने की शिकायत की है। ED के पास जब्त सोना की कीमत 2 करोड़ 20 लाख रुपए बताई जा रही है। इधर बचाव पक्ष ने ईडी की कार्रवाई को गलत बताया है।
गिरफ्तारी को भी अवैध सकते. प्रत्येक दो दिनों में एक घट वकील से मुलाकात कराई जाएगी। ED ने कोर्ट में बताया है कि, समीर विश्नोई के घर में 4 किलो सोना और 20 कैरेट हीरा मिला है। इसके साथ 47 लाख रुपए कैश मिला। इस रिमांड का विरोध करने कुछ नामी वकील भी आरोपियों की तरफ से कोर्ट में बहस किए। उधर विश्नोई की पत्नी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर ईडी के जबरदस्ती परेशान करने की शिकायत की है।
ED के पास जब्त सोना की कीमत 2 करोड़ 20 लाख रुपए बताई जा रही है। इधर बचाव पक्ष ने ईडी की कार्रवाई को गलत बताया है। गिरफ्तारी को भी अवैध बताया है। उनका कहना है कि आय से अधिक संपत्ति का मामला तो आईटी का है। इसमें ईडी का क्या काम ? IAS समीर विश्नोई को कोर्ट में पेश करने से पहले मेकाहारा में उनका मेडिकल चेकअप भी कराया गया। उनके अलावा कारोबारी सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी की गिरफ्तारी हुई है। बताया जा रहा है कि, नवनीत तिवारी को भी हिरासत में लिया गया है। इन सभी पर कोयला कारोबारियों से अवैध लेनदेन और आय से अधिक संपत्ति जैसे आरोप हैं।