रायपुर / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के प्रख्यात विधि विशेषज्ञ एवं कानून विद् सी.एन. झा के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। वे काफी लम्बे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने आज बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में 91 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सी.एन.झा के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
सी.एन.झा मूलतः कवर्धा के निवासी थे। उन्होंने स्वर्गीय लक्ष्मण प्रसाद तंबोली के साथ मिलकर ’म.प्र.आबकारी विधि संग्रह, म.प्र. आवश्यक वस्तु मैन्युअल तथा हिन्दू विधि ’कानून की पुस्तकों का लेखन किया। सी.एन. झा को विधि के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए तीन बार राष्ट्रपति के हाथों से सम्मानित किया गया।
श्री झा ने वन विधि संग्रह, म.प्र.पालिका अधिनियम, कृषि उपज मण्डी अधिनियम, हिन्दू विधि डाइजेस्ट आन एम पी केसेज जैसी 97 विधि पुस्तकों का लेखन किया था। छत्तीसगढ़ गठन के बाद राज्य शासन द्वारा उन्हें विधि के लिए प्रतिष्ठित राज्य अलंकरण ’बैरिस्टर छेदीलाल पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
वे ’छत्तीसगढ़ लॉ जजमेंट एवं छत्तीसगढ़ रेवेन्यू जजमेंट पत्रिका’ के प्रधान संपादक रहे। श्री झा कवर्धा अधिवक्ता संघ के 25 वर्ष तक, भोरमदेव प्रबंध समिति के 22 वर्ष तक अध्यक्ष रहे। श्री झा कवर्धा जिला निर्माण के लिए गठित संघर्ष समिति के भी अध्यक्ष रहे। उनका अंतिम संस्कार कवर्धा के मुक्तिधाम में शनिवार 19 नवम्बर को किया जाएगा।