
Chhattisgarh First National Highway Tunnel: छत्तीसगढ़ ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। 4 अक्टूबर 2025 को 2.79 किलोमीटर लंबी सुरंग (टनल) का निर्माण कार्य पूरा होने के साथ राज्य को उसका पहला राष्ट्रीय राजमार्ग टनल मिल गया। यह टनल रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे (NH-130CD) का हिस्सा है, जो छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश को जोड़ते हुए क्षेत्रीय विकास को गति देगा।
टनल की प्रमुख विशेषताएं
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कुल लंबाई: 2.79 किलोमीटर
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संरचना: ट्विन-ट्यूब (दो समानांतर सुरंगें)
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स्थिति: लेफ्ट ट्यूब पूरी, राइट ट्यूब 2025 के अंत तक पूरी होने की संभावना
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निर्माण समय: मात्र 12 महीनों में पूरा, जो अपने आप में रिकॉर्ड है।
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उपयोग: आधुनिक तकनीक के साथ सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा।
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यह सुरंग छत्तीसगढ़ की सबसे लंबी सड़क टनल है।
यात्रा समय और दूरी में बड़ी कमी
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रायपुर-विशाखापत्तनम मार्ग पहले: 594 किमी, 13-14 घंटे
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अब टनल बनने के बाद: 464 किमी, 6-7 घंटे
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यात्रियों और व्यापारियों दोनों के लिए समय और लागत की बचत।
तीन राज्यों को लाभ
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छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश को सीधे लाभ।
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यह गलियारा मध्य भारत के खनिज-समृद्ध इलाकों को पूर्वी एशिया के बाजारों से जोड़ेगा।
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लौह अयस्क, कोयला और अन्य खनिजों का निर्यात अब और तेज़ होगा।
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पर्यटन और व्यापार दोनों को मिलेगा नया आयाम।
छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्गों की स्थिति
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वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 20 राष्ट्रीय राजमार्ग, कुल लंबाई 3,575 किमी।
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नई सुरंग पहाड़ी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षित कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी।
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“अंजोर विजन 2047” के तहत एकीकृत परिवहन प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटन को बढ़ावा
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बस्तर और अन्य पहाड़ी इलाकों तक पहुंच आसान होगी।
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राज्य के पर्यटन स्थलों तक देशभर से आने वाले लोगों के लिए यात्रा सुगम होगी।
