रायपुर: कोरोना लॉकडाउन के बाद छत्तीसगढ़ में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। हाल ही में राजधानी रायपुर में साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर कई लोगों को आर्थिक नुकसान पहुँचाया। इन मामलों के खुलासे के बाद, रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के नेतृत्व में साइबर थाना रेंज रायपुर ने बड़ी कार्रवाई की। पुलिस ने पश्चिम बंगाल, दिल्ली, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश में छापेमारी कर 4 अंतरराज्यीय साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी को रायपुर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
पहला मामला: शेयर ट्रेडिंग में 88 लाख की ठगी
रायपुर की एक महिला ने शेयर ट्रेडिंग में लाभ का लालच देकर साइबर ठगों द्वारा 88 लाख रुपये की ठगी का शिकार होने की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने उत्तर प्रदेश, बिहार, चेन्नई और कोलकाता से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि दो आरोपी – सुमन सिल (24 परगना, पश्चिम बंगाल) और देवराज कुशवाहा (भोपाल, मध्य प्रदेश) फरार थे, जिन्हें अब रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने ठगी के 84 लाख रुपये संबंधित बैंक खातों में होल्ड करवा दिए हैं।
दूसरा मामला: युवक से 99 लाख की साइबर ठगी
रायपुर के एक युवक ने शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर 99 लाख रुपये की ठगी की शिकायत तेलीबांधा थाने में दर्ज कराई थी। इस मामले की जांच साइबर थाना रेंज रायपुर को सौंपने के बाद, टीम ने दिल्ली के द्वारका सेक्टर-3 की जेजे कॉलोनी से आरोपी दीपक (29 वर्ष) को गिरफ्तार किया। दीपक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के संभल जिले का रहने वाला है।
तीसरा मामला: शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.16 करोड़ की ठगी
रायपुर के एक व्यक्ति ने पंडरी थाने में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.16 करोड़ रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में साइबर टीम ने पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। हाल ही में पुलिस ने बैंक खाते उपलब्ध कराने के आरोप में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से सैयद जानी बासा (46 वर्ष) को भी गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।