
गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई कर बड़ी सफलता हासिल की है। मैनपुर थाना क्षेत्र के भालू डिग्गी जंगल में नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखी गई भारी मात्रा में सामग्री बरामद की गई।
नक्सलियों की योजना नाकाम
जानकारी के अनुसार यह सामग्री प्रतिबंधित माओवादी संगठन एसडीके एरिया कमेटी द्वारा पुलिस और ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाने और क्षेत्र में दहशत फैलाने के लिए डंप की गई थी। पुलिस ने स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर 17 अक्टूबर को तुरंत कार्रवाई करते हुए अभियान शुरू किया।

संयुक्त अभियान और बरामद सामग्री
अभियान में शामिल थीं:
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कुल्हाड़ीघाट 65(एफ) बटालियन सीआरपीएफ
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बिंद्रानवागढ़ 65(जी) बटालियन सीआरपीएफ
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जिला पुलिस बल
टीम ने जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों में सघन तलाशी ली। तलाशी के दौरान नक्सलियों की मैगजीन पोच, मेडिकल टैबलेट, फोल्डिंग स्टूल, तिरपाल और अन्य सामग्री बरामद हुई।
पुलिस का कहना है कि यह सामग्री नक्सलियों द्वारा क्षेत्र में हमले की योजना बनाने और सुरक्षाबलों पर हमला करने के लिए जमा की गई थी।
सुरक्षा और शांति के लिए महत्वपूर्ण कदम
इस कार्रवाई से नक्सलियों के मंसूबों को बड़ा झटका लगा है। पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त रणनीति ने न केवल नक्सलियों की योजनाओं को नाकाम किया, बल्कि ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना भी मजबूत हुई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में भी खुफिया सूचनाओं के आधार पर नक्सलियों के खिलाफ ऐसे अभियान जारी रहेंगे।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सतत निगरानी
स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाबल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी बनाए हुए हैं और ग्रामीणों से सहयोग की अपील कर रहे हैं। यह सफलता छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय बलों के बेहतर समन्वय और रणनीति का परिणाम है।
इस तरह की कार्रवाई न केवल नक्सलियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाती है, बल्कि क्षेत्र में शांति, विकास और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने में भी मदद करती है।
