
खैरागढ़, छत्तीसगढ़ – इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में प्रो. लवली शर्मा की कुलपति नियुक्ति पर सियासी तूफान मच गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में अचानक प्रदर्शन शुरू कर दिया और नारेबाजी करते हुए पूरी रात धरना देने की घोषणा की।
विश्वविद्यालय परिसर में तनाव, पुलिस बल तैनात

ABVP के प्रदर्शन से विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल बन गया है। पुलिस बल की भारी तैनाती के बावजूद छात्र-छात्राओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। परिषद ने चेतावनी दी है कि यदि नियुक्ति रद्द नहीं की गई, तो आंदोलन को राज्यव्यापी स्तर तक ले जाया जाएगा और जरूरत पड़ी तो छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान भी किया जाएगा।
क्यों हो रहा है विरोध? जानिए ABVP के आरोप
ABVP ने राज्यपाल को पत्र लिखकर प्रो. लवली शर्मा की नियुक्ति को रद्द करने की मांग की है। परिषद का आरोप है कि उनके पूर्व कार्यकाल के दौरान:
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भ्रष्टाचार के आरोप लगे
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अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाया गया
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और सबसे गंभीर आरोप – भारत माता की तस्वीर हटवाने का
इन सभी कारणों को छात्र संगठन ने अपमानजनक और राष्ट्र विरोधी बताया है, और कहा है कि ऐसे व्यक्ति को विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी नहीं दी जानी चाहिए।
पूर्व की नियुक्तियों में भी रहे विवाद
यह पहला मौका नहीं है जब खैरागढ़ विश्वविद्यालय विवादों में घिरा है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय पद्मश्री ममता चंद्राकर की नियुक्ति पर भी विरोध हुआ था। जून 2024 में उन्हें हटाकर संभाग आयुक्त सत्यनारायण राठौर को प्रभारी कुलपति बनाया गया था। तब से विश्वविद्यालय बिना नियमित कुलपति के संचालित हो रहा था।
भाजपा बनाम ABVP – संगठन में दिखी दरार?
सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि ABVP, जो RSS का छात्र संगठन है, वह अब भाजपा सरकार द्वारा समर्थित कुलपति की नियुक्ति का विरोध क्यों कर रहा है? यह घटनाक्रम इस ओर इशारा करता है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा और RSS के बीच समन्वय की कमी है, और संगठनात्मक मतभेद सामने आने लगे हैं।
🛑 प्रो. लवली शर्मा ने अब तक कार्यभार नहीं संभाला
प्रो. लवली शर्मा ने अब तक खैरागढ़ में कार्यभार ग्रहण नहीं किया, लेकिन विरोध ने पहले ही प्रशासन को संकट में डाल दिया है। अब देखना यह है कि सरकार ABVP के दबाव में झुकेगी या नियुक्ति को बनाए रखेगी।
