रायपुर|News T20: छत्तीसगढ़ में बदलते मौसम के मिजाज ने सब को हैरान कर दिया है. बारिश के दिनों में खंड वर्षा तो आपने सुना होगा, लेकिन इस साल छत्तीसगढ़ में ठंड में खंड-खंड दिखाई दे रही है. प्रदेश के आधे हिस्से में ठंड और आधे हिस्से में सामान्य से अधिक तापमान यानी गर्मी है.

मौसम विभाग का कहना है कि अलनीनो और ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से मौसम में ये बदलाव देखने को मिल रहा है. बीते साल की तुलना में इस वर्ष ठंड के दिनों की संख्या काफी कम हुई है. उत्तर छत्तीसगढ़ में तो ठंड पड़ रही है, लेकिन मध्य से ठंड पूरी तरह गायब है.

जानकारी के मुताबिक मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि उत्तर छत्तीसगढ़ के जिलों सरगुजा, अम्बिकापुर, कोरिया, जशपुर, बलरामपुर, सूरजपुर, पेड्रा गौरेला और कोरबा में ठंड पड़ रही है. लेकिन, मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर, सक्ती, महासमुंद, बेमेतरा, कवर्धा, गरियाबंद और राजनांदगांव से ठंड गायब है.

प्रदेश में दो तरह की स्थिति

उत्तर छत्तीसगढ़ जशपुर, अम्बिकापुर, सरगुजा, पेड्रागौरेला में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री तक पहुंच चुका है. वहीं मध्य छत्तीसगढ़ रायपुर, दुर्ग सहित कई जिले में इस बार ठंड का एहसास ही नहीं हुआ. तापमान औसत से ढाई से 3 डिग्री सेल्सियस तक अधिक दर्ज किया गया है. बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष ठंड के दिनों की संख्या कम हुई है.

अलनीनो का असर

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि अमूमन अलनीनो की वजह से 4-6 बार पश्चिम विक्षोभ आता था. इस बार इसकी संख्या 8 हो गई है. ग्लोबल वॉर्मिंग और अलनीनों की वजह से मौसम में इस तरह के बदलाव हो रहे हैं.

फिलहाल ये है मौसम का हाल

सरगुजा संभाग में शीत लहर के हालात निर्मित हो गए हैं. बलरामपुर में पारा 4 डिग्री पहुंच गया है. वहीं, राजधानी रायपुर में जनवरी माह का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया. यहां गुरुवार को न्यूनतम तापमान 14.3 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विशेषज्ञ एच पी चंद्रा ने बताया कि आने वाले 48 घंटों तक तापमान में विशेष परिवर्तन के आसार नहीं हैं. लोगों को आने वाले एक-दो दिनों तक कड़कड़ाती ठंड का सामना करना पड़ेगा. पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर से आ रही ठंडी और शुष्क हवाओं के कारण यह स्थिति निर्मित हो रही है.

 

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