रायपुर। राजधानी में चेन स्नेचिंग और वाहन चोरी करने वाले गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले एक अंतर्राज्यीय समेत 3 आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी अधिकतर बुजुर्ग महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे. घटना को अंजाम देने वाले आरोपी के साथ-साथ संरक्षण देने वाले को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपी घटना को अंजाम देने के पहले खुद की पहचान छिपाने के लिए अपना चेहरा ढ़कने के साथ ही वाहन में फर्जी नंबर प्लेट लगाते थे. आरोपियों के कब्जे से 5 नग सोने की चैन, 2 नग सोने की अंगूठी वजन लगभग 10 तोला 7 ग्राम जब्त किया गया है. घटना में प्रयुक्त चोरी की पल्सर बाइक, एक्टिवा और एक्सेस को भी जब्त किया गया है. जब्त मशरूका की कीमत लगभग 10 लगभग 16 हजार 900 रूपये है.
जनकारी के अनुसार, लगातार हो रही चेन स्नेचिंग और वाहन चोरी की घटनाओं पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना सिविल लाइन पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने घटनाओं के संबंध में प्रार्थियों से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना शुरू किया. वहीं घटना स्थल और उसके आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों को खंगालना शुरू किया और अज्ञात आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही मुखबीर भी लगाया.
इसी दौरान अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम को घटना में संलिप्त आरोपी सर्वेश दुबे जो पूर्व में भी चैन स्नेचिंग के प्रकरणों में जेल निरूद्ध रह चुका है, उसके संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली. जिस पर टीम सर्वेश दुबे की पतासाजी कर उसे गिरफ्तार किया. चैन स्नेचिंग की घटनाओं के संबंध में पूछताछ करने पर उसने अपने साथी कैलाश यादव और कृष्ण कुमार मेश्राम के साथ मिलकर चेन स्नेचिंग सहित वाहन चोरी की उक्त घटनाओं को अंजाम देना बताया. जिसके बाद पुलिस की टीम के घटना में संलिप्त आरोपी कैलाश यादव और कृष्ण कुमार मेश्राम को गिरफ्तार किया.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीनों गोबरानवापारा में रहते थे और प्लानिंग बनाकर चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देते थे. योजना के अनुसार घटनाओं को अंजाम देने के लिए पहले तीनों रायपुर के अलग-अलग स्थानों से 3 दोपहिया वाहन चोरी किये थे. इसके बाद सर्वेश दुबे और कैलाश यादव चोरी की दोपहिया वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर गोबरानवापारा से रायपुर शहर आते थे और स्वयं की पहचान छिपाने के लिए अपने चेहरे को कपड़ा से ढ़क कर चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देकर वापस गोबरानवापारा फरार हो जाते थे.चेन को कृष्ण कुमार मेश्राम मुथुट गोल्ड लोन फायनेंस में गिरवी रखकर रकम प्राप्त करता था. मुथुट गोल्ड लोन फायनेंस से बिना दस्तावेजों के सोने के चेन को गिरवी रखने के संबंध में पूछताछ की जा रही है.
आरोपी सर्वेश दुबे पूर्व में भी रायपुर के पंडरी, देवेन्द्र नगर, टिकरापारा थाना और भोपाल के हबीबगंज एवं गोविंदपुरा थाना से लूट और चोरी के लगभग 6 प्रकरणों में जेल जा चुका है. आरोपी कैलाश यादव पूर्व में गोबरानवापारा थाना से चोरी, मारपीट और प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत जेल निरूद्ध रह चुका है और आरोपी कृष्ण कुमार मेश्राम थाना गोबरानवापारा का हिस्ट्रीशीटर है. जिसके विरूद्ध गोबरानवापारा थाना में बलवा, चोरी, आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाना, आर्म्स एक्ट, उद्यापन और अन्य सहित लगभग 01 दर्जन अपराध पंजीबद्ध है, जिनमें वह जेल जा चुका है.