
रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (CGMSC) ने मिर्गी और सिर में चोट के मरीजों के लिए अहम दवा Phenytoin Sodium Injection की सप्लाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। साथ ही इस दवा को सप्लाई करने वाली दिल्ली स्थित सिस्टोकेम लेबोरेटरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
क्या था इंजेक्शन में दोष?
-
Drug Code: D409
-
Batch No.: CPY2503
-
Expiry: फरवरी 2027
-
इंजेक्शन को पाउडर की जगह लिक्विड फार्म में बनाया गया था, जो कि Indian Pharmacopoeia (IP) मानकों के विरुद्ध है।
-
यह इंजेक्शन आंबेडकर अस्पताल, DKS सुपर स्पेशलिटी और राज्य के सभी जिला/CHC अस्पतालों में सप्लाई किया गया था।
तत्काल कार्रवाई:
-
फेनीटोन की सभी यूनिट्स वापस मंगाई गईं।
-
सभी सरकारी अस्पतालों में इसका उपयोग बैन कर दिया गया है।
-
बैच को अब नई NABL-सर्टिफाइड लैब में दोबारा परीक्षण के लिए भेजा गया है।
CGMSC MD पद्मिमनी भोई साहू का बयान:
“हम केवल क्वालिटी बेस्ड दवाओं पर भरोसा करते हैं। यदि अन्य लैब में भी इंजेक्शन Substandard पाया गया, तो कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
जानिए इस इंजेक्शन का इस्तेमाल क्यों जरूरी है?
Phenytoin Sodium Injection एक लाइफ-सेविंग एंटी-एपिलेप्टिक ड्रग है, जिसका उपयोग:

-
लगातार दौरे (Status Epilepticus) रोकने में
-
ब्रेन सर्जरी के पहले/बाद
-
सिर में चोट के बाद दौरे रोकने
-
कुछ कार्डियक एरिदमिया (दिल की धड़कन में गड़बड़ी) में किया जाता है।
