
मंडप में हल्दी लग रही थी, बाहर पुलिस ने बजा दी कार्रवाई की डुगडुगी
कबीरधाम, छत्तीसगढ़। पुलिस विभाग के एसआईबी (स्पेशल इंटेलिजेंस ब्रांच) में पदस्थ प्रधान आरक्षक बहादुर सिंह मरावी को उस वक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जब उसकी शादी की रस्में चल रही थीं। आरोपी दूल्हा मंडप में बैठा था और हल्दी की रस्म चल रही थी, तभी पुलिस ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया।
इस कार्रवाई से शादी समारोह में अचानक सनसनी फैल गई और मेहमान भी हैरान रह गए।

फर्जी नौकरी का झांसा: बेरोजगारों से वसूले ₹8.5 लाख
आरोप है कि बहादुर सिंह मरावी ने तीन बेरोजगार युवकों — सेवादास मानिकपुरी, मुकेश मरकाम और संदीप मेरावी से पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 8.5 लाख रुपये की रिश्वत वसूल की।
उसने दावा किया कि उसके वरिष्ठ अधिकारियों से सेटिंग है और वह उन्हें एसआईबी में आरक्षक की नौकरी दिलवा सकता है।
फर्जी नियुक्ति पत्र भेजकर किया धोखा
पैसे लेने के बाद जब लंबे समय तक कोई नियुक्ति नहीं हुई, तो युवकों ने सवाल उठाए। इस पर आरक्षक ने व्हाट्सएप पर फर्जी नियुक्ति पत्र और मेडिकल ऑर्डर भेज दिए।
जब युवक विभाग में जानकारी लेने पहुंचे, तो पता चला कि ये दस्तावेज पूरी तरह नकली हैं। इसके बाद जब उन्होंने पैसे वापस मांगे, तो बहादुर सिंह ने उन्हें गोली मारने की धमकी दे दी।
युवती से दुष्कर्म और ठगी का भी आरोप
एक युवती ने भी आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे नौकरी का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया और 6 लाख रुपए भी हड़प लिए।
इस मामले में भी पुलिस ने अलग से अपराध पंजीबद्ध किया है।
पुलिस की गुप्त कार्रवाई और फिल्मी स्टाइल में गिरफ्तारी
बहादुर सिंह की तलाश में जुटी पुलिस को जब उसकी लोकेशन मिली, तो टीम ने बोडला थाना क्षेत्र स्थित घर पर दबिश दी।
वो उस वक्त हल्दी की रस्म में बैठा हुआ था, और शाम को बारात निकलने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के खिलाफ दर्ज मामले:
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IPC की धोखाधड़ी, धमकी और यौन शोषण से जुड़ी धाराएं
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फर्जी दस्तावेज बनाकर सरकारी पद दिलाने का झांसा
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बेरोजगार युवकों और युवती से लाखों की ठगी
