
बलरामपुर जिले का मामला
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक शराबी शिक्षक ने अस्पताल में जमकर उत्पात मचाया। इलाज के लिए भर्ती कराया गया यह शिक्षक शराब के नशे में इतना हंगामा करने लगा कि मामला सीधे जेल तक पहुंच गया।
इलाज के बहाने अस्पताल में भर्ती, फिर किया बवाल
शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरगढ़ में 15 अगस्त को शिक्षक प्रमोद एक्का (40 वर्ष) को भर्ती कराया गया था। प्रमोद एक्का शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रेहड़ा में पदस्थ है।
अत्यधिक शराब सेवन से तबियत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज कराने के बजाय उसने अस्पताल में गाली-गलौज और तोड़फोड़ शुरू कर दी।

डॉक्टरों और स्टाफ से बदसलूकी
नशे में धुत शिक्षक ने बीएमओ आफताब अंसारी और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट की कोशिश की। साथ ही इंजेक्शन टेकिंग रूम और बीपी मशीन को भी तोड़ डाला। घटना की जानकारी मिलते ही शंकरगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने काबू किया, पर नहीं थमा ड्रामा
थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल के अनुसार, शिक्षक ने पुलिस के सामने भी हाईवोल्टेज ड्रामा किया। अंततः अस्पताल कर्मियों और परिजनों की मदद से उसके हाथ-पांव बांधकर नियंत्रित किया गया।
दर्ज हुए कई मामले, भेजा गया जेल
बीएमओ की शिकायत पर शिक्षक के खिलाफ कई धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है, जिनमें –
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धारा 296, 351(2), 115(2), 132, 221, 324(3) बीएनएस
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लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3
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छत्तीसगढ़ आबकारी एक्ट की धारा 36(च)
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छत्तीसगढ़ चिकित्सा सेवक तथा चिकित्सा सेवा संस्थान अधिनियम 2010 की धारा 3
16 अगस्त को आरोपी शिक्षक को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
