
मुर्गी फार्म में गुप्त प्रार्थना सभा से मचा बवाल
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र में धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया है। एक मुर्गी फार्म में गुप्त रूप से प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी, जिसमें ग्रामीण महिलाएं और पुरुष शामिल हुए। आरोप है कि यहां लोगों को इलाज और आर्थिक मदद का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किया जा रहा था।
हिंदू संगठन ने किया हंगामा, पुलिस ने की कार्रवाई
सूचना मिलते ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। हालात बिगड़ते देख पुलिस भी वहां पहुंची और स्थिति को काबू में किया। पुलिस ने पास्टर समेत कुल 7 लोगों को हिरासत में लेकर एफआईआर दर्ज की।

गिरफ्तार पास्टर खुद हिंदू से बना था ईसाई
खास बात यह है कि गिरफ्तार हुआ पास्टर संजीव कुमार सूर्यवंशी पहले हिंदू था और धर्म परिवर्तन के बाद पास्टर बना। आरोप है कि वह गरीब तबके के लोगों को यह कहकर बहला-फुसला रहा था कि ईसाई बनने से उनकी सारी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
पुलिस ने जब्त किए बाइबिल और डायरी
पुलिस ने मौके से बाइबिल और एक डायरी जब्त की है। जांच में सामने आया है कि ग्रामीणों, खासकर महिलाओं और बच्चों को लालच देकर सभा में बुलाया गया था।
एफआईआर किन धाराओं में हुई दर्ज?
ग्राम भदौरा निवासी बाबा शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने पास्टर व अन्य आरोपियों के खिलाफ धारा 299, 3(5) BNS और छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्र्य अधिनियम 1968 की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है।
गांव में तनाव का माहौल
हिंदू संगठनों का आरोप है कि लंबे समय से गुप्त रूप से धर्मांतरण की गतिविधियां चलाई जा रही थीं, जिससे गांव और आसपास के क्षेत्रों में धार्मिक तनाव फैलने की स्थिति बन रही थी। उनका कहना है कि गरीब और असहाय लोगों को इलाज व आर्थिक सहायता का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, जो समाज के लिए खतरनाक है और कानूनन अपराध भी।
