बिलासपुर। छत्तीसगढ़ का मुंगेली एक ऐसा जिला है जो प्रदेश में राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा प्रभावी और रसूख वाला जिला है। इसमें भी लोरमी विधानसभा की बात ही अलग है। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू लोरमी विधानसभा से विधायक रहे हैं। वर्तमान में अरुण साव विधायक हैं और उप मुख्यमंत्री की कुर्सी सम्भाल रहे हैं। प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले वाले मुंगेली जिला और लोरमी विधानसभा की चर्चा इन दिनों इससे ज्यादा फर्जीवाड़ा को लेकर हो रहा है।
फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट के जरिये सैकड़ों लोग राज्य शासन के अलग-अलग विभागों में मजे से नौकरी कर रहे हैं। यही नहीं शासन की तमाम स्कीम का जमकर फायदा भी उठा रहे हैं। दिव्यांग संघ के अध्यक्ष ने तो डिप्टी कलेक्टर, नायब तहसीलदार, लेखा अधिकारी सहित कई अफसरों के नाम भी गिनाएं जो इसी तरह का हथकंडे अपनाकर नोकरी हथिया ली है।
दो दिन पहले मुंगेली कलेक्टर ने फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कृषि विस्तार अधिकारी गुलाब सिंह राजपूत को निलंबित कर दिया है। हालांकि यह कार्रवाई कोचिंग चलाने के आरोप में हुई है। इसकी पृष्ठभूमि पहले ही लिख दी गई थी। इन पर फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट के सहारे नोकरी करने का आरोप है। नोटिस के बाद भी मेडिकल बोर्ड के सामने अब तक दस्तावेजों के सत्यापन के लिए उपस्थित नहीं हुआ है। बोर्ड के तीन नोटिस के बाद भी यह अधिकारी जांच कराने नहीं पहुंच रहा है। 24 और 27 अगस्त को राज्य मेडिकल बोर्ड के सामने हाजिर होना था।
सीजीपीसीसी से 21 लोग सलेक्ट हुए, इन पर भी फर्जीवाड़े का आरोप
दिव्यांग संघ के प्रदेश अध्यक्ष बोहित राम चन्द्राकर ने बताया कि वर्तमान में सीजीपीएससी से चयनित होकर 7 डिप्टी कलेक्टर, 3 नायब तहसीलदार, 3 लेखा अधिकारी, 3 पशु चिकित्सक, 2 सहकारिता निरीक्षक सहित 21 लोग फर्जी दिव्यांग प्रमाण-पत्र पेश कर सरकारी नौकरी कर रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार शिकायतों के बाद भी जांच नहीं हो रही है। इसका कारण भी है, प्रभावी जगहों पर बैठे ये अफसर प्रभाव व पहुंच का इस्तेमाल अपनी कुर्सी बचाने में कर रहे हैं।
फर्जी प्रमाणपत्र वाले इन कर्मियों को जारी हुआ नोटिस
- गुलाब सिंह राजपूत कृषि विभाग, श्रवण बाधित
- भीष्म राव भोसले- कृषि विभाग, श्रवण चाधित
- सत्यप्रकाश राठौर योजना और सांख्यिकी, श्रवण बाधित
- नरेन्द सिंह राजपूत श्रम विभाग, श्रवण बाधित
- मनीषा कश्यप-शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
- नरहरि सिंह राठौर शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
- टेक सिंह राठौर-शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
- रविन्द्र कुमार गुप्ता- शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
- मनीष राजपूत शिक्षा विभाग श्रवण बाधित
- पवन सिंह राजपूत शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
- विकास कुमार सोनी-शिक्ष विभाग, श्रवण बाधित
- राकेश सिंह राजपूत शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
- अक्षय सिंह राजपूत शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
- गोपाल सिंह राजपूत- शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
- योगेन्द्र सिंह राजपूत, शिक्षा विभाग, श्रवण बाधित
शिक्षा विभाग में ज्यादा
मेडिकल बोर्ड ने जिन 22 लोगों को नोटिस जारी किया है उनमें अधिकांश शिक्षा विभाग में काम कर रहे हैं।
लोरमी ब्लाक के 7 गांव जहां 300 से ज्यादा बहरे
मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के 6 से 7 गांव ऐसे हैं, जहां बीते 10 साल के दौरान 300 से अधिक लोग बहरे हो गए हैं। इनमें से 147 लोग श्रवण बाधित हैं।