
नई दिल्ली। देशभर में एक बार फिर से नोटबंदी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर यह अफवाह तेजी से फैल रही है कि ₹500 के नोट को भी चलन से हटाया जा सकता है। हालांकि, RBI और केंद्र सरकार ने इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही अफवाहें
कई यूजर्स दावा कर रहे हैं कि बैंकिंग सिस्टम में ₹100 और ₹200 के नोटों की आपूर्ति अचानक बढ़ा दी गई है, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि ₹500 का नोट भी जल्द बंद हो सकता है। हालांकि यह महज अफवाह है, क्योंकि कोई अधिसूचना या प्रेस रिलीज इस संबंध में जारी नहीं की गई है।

2000 रुपये की नोटबंदी ने फिर से हवा दी अफवाहों को
बता दें कि साल 2023 में ₹2000 का नोट चलन से बाहर किया गया था, जिसकी पुष्टि आरंभ में मीडिया रिपोर्ट्स और बाद में RBI की अधिसूचना से हुई थी। आरबीआई की हालिया रिपोर्ट बताती है कि अब भी लगभग ₹6,471 करोड़ मूल्य के ₹2000 के नोट बाजार में बचे हुए हैं, जिन्हें बैंक में जमा कराने की प्रक्रिया अभी जारी है।
क्या ₹500 की नोटबंदी संभव है?
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि ₹500 का नोट भारतीय मुद्रा प्रणाली की रीढ़ है। न यह अत्यधिक मूल्य का नोट है और न ही बड़े पैमाने पर संचय वाला। इसलिए इसकी नोटबंदी की संभावना बेहद कम है। ₹100 और ₹200 के नोटों की आपूर्ति बढ़ाना सिर्फ लेन-देन में सहूलियत देने के उद्देश्य से हो सकता है।
सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने की कोशिश
कुछ यूट्यूब चैनल्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने लोकसभा चुनाव 2024 के बाद ₹500 के नोट बंद होने का दावा किया है। लेकिन विशेषज्ञों का साफ कहना है कि यह कोरी अफवाह है, और ऐसी भ्रामक सूचनाओं से लोगों को बचना चाहिए। बिना आधिकारिक सूचना के इस प्रकार की खबरों पर विश्वास करना गलत होगा।
जनता में असमंजस और चिंता
सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों ने आम लोगों में भी चिंता फैला दी है। उन्हें डर है कि अगर अचानक ₹500 का नोट बंद हुआ, तो एक बार फिर बैंक और एटीएम की कतारों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार या RBI बिना पूर्व सूचना के ऐसा कोई फैसला नहीं लेगी।
