CG BREAKING : 15 करोड़ ठगी केस में कांग्रेस युवा नेता की गिरफ्तारी | केके श्रीवास्तव को भगाने का आरोप | जानिए पूरा मामला...

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचाने वाला स्मार्ट सिटी घोटाला अब और भी बड़ा मोड़ ले चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले केके श्रीवास्तव के बाद अब रायपुर पुलिस ने कांग्रेस के युवा नेता आशीष शिंदे को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि आशीष ने केके श्रीवास्तव को फरार होने में मदद की थी।

क्या है पूरा मामला?

करीब 10 महीने पहले रायपुर के तेलीबांधा थाने में नोएडा स्थित रावत एसोसिएट्स के मालिक अर्जुन रावत ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के मुताबिक, केके श्रीवास्तव ने उन्हें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड में 500 करोड़ का ठेका दिलाने का झांसा दिया और इसके बदले में 15 करोड़ रुपये वसूल लिए।

इस मामले में पुलिस ने केके श्रीवास्तव और उनके बेटे कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ ठगी और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। लंबे समय तक फरार रहने के बाद केके श्रीवास्तव को भोपाल के एमराल्ड होटल से गिरफ्तार किया गया।कांग्रेस नेता पर क्या है आरोप?

रायपुर की तेलीबांधा पुलिस ने जांच में पाया कि कांग्रेस युवा नेता आशीष शिंदे ने केके श्रीवास्तव को भगाने में सहयोग किया। पुलिस ने आशीष को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है और पूछताछ के बाद रायपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा।

मनी लॉन्ड्रिंग और ईडी की जांच

पुलिस जांच में सामने आया है कि केके श्रीवास्तव जिन खातों में पैसे ट्रांसफर करवाते थे, वे जोमैटो, स्विगी में काम करने वाले डिलीवरी ब्वॉय के नाम पर थे। इन खातों से करोड़ों रुपए के लेनदेन हुए, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग का संदेह गहराया। इसके बाद ईडी ने भी केस दर्ज कर लिया है।

पूछताछ में खुल रहे हैं राजनीतिक राज

सूत्रों की मानें तो केके श्रीवास्तव ने पूछताछ में राजनीतिक फंडिंग, ब्लैक मनी और वाइट मनी कन्वर्जन को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस और ईडी अब इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।

न्यायिक रिमांड में केके श्रीवास्तव

7 जुलाई को पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद केके श्रीवास्तव को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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