
जशपुर नगर, छत्तीसगढ़ — मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर प्रशासन सक्रिय हो गया है। कलेक्टर रोहित व्यास ने स्कूलों में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति और कमजोर बोर्ड रिजल्ट को लेकर प्राचार्यों की जवाबदेही तय करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने स्कूलवार समीक्षा बैठक में कई बड़े निर्देश दिए और सुधार नहीं होने पर प्राचार्यों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।
कमजोर परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों पर सख्ती
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जिन स्कूलों का बोर्ड रिजल्ट अपेक्षा से कम रहा है, उन प्राचार्यों को सुधार लाने का निर्देश
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जिन स्कूलों में छात्र उपस्थिति कम है, वहां पर व्यक्तिगत रूप से छात्रों के घर जाकर संपर्क करें
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पालकों को भी जागरूक करें और बच्चों को स्कूल भेजने हेतु प्रेरित करें
सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन की मदद से बनेगा खेल मैदान
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जिले में कम से कम 20 नए खेल मैदान बनाए जाएंगे
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जिला प्रशासन ने मैदानों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है
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इससे छात्रों को खेलकूद और फिटनेस के अवसर मिलेंगे
“एक पेड़ मां के नाम” अभियान के निर्देश
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हर स्कूल में पौधारोपण, ट्री गार्ड सहित
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लाइब्रेरी से किताबें वितरित कर बच्चों को जीवनी पढ़ने के लिए प्रेरित करें
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विनोबा ऐप पर स्कूल की गतिविधियों को समय पर अपडेट करें
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बेहतर प्रदर्शन पर शिक्षकों और संकुल समन्वयकों को सम्मानित भी किया गया
स्कूल के रास्तों और सुविधाओं में सुधार
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स्कूल पहुंचने में कोई सड़क या पुलिया बाधा बन रही हो तो प्रस्ताव बनाकर भेजें
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100 मीटर दायरे में नो टोबैको जोन घोषित
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यदि किसी दुकान में तंबाकू बिक्री दिखे तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें
कलेक्टर का संदेश: “शिक्षा को मिशन मानकर काम करें”
कलेक्टर व्यास ने शिक्षकों से कहा कि शिक्षा को केवल नौकरी न समझें, बल्कि इसे एक मिशन की तरह लें। बच्चों का भविष्य संवारना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। सभी शिक्षकों को शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकों का सहयोग लेने का भी सुझाव दिया गया।

