
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए CGPSC 2021 घोटाले की जांच अब तेजी पकड़ चुकी है। शनिवार को CBI ने रायपुर और महासमुंद के 5 ठिकानों पर एकसाथ रेड की। इस दौरान डॉक्यूमेंट्स, टेक्निकल डिवाइसेज़, मोबाइल फोन और हार्ड डिस्क समेत कई अहम सबूत सीबीआई टीम ने बरामद किए हैं। इन सभी को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।
किस जगहों पर हुई छापेमारी?

CBI ने महासमुंद जिले में:
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एक डॉक्टर के निवास
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एक कोचिंग सेंटर
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और एक अभ्यारण्य के गेस्ट हाउस पर रेड डाली।
वहीं रायपुर में:
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सिविल लाइन्स स्थित कोचिंग सेंटर
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और फुल चौक के एक होटल पर दबिश दी गई।
इन जगहों पर PSC परीक्षा के पहले परीक्षार्थियों को रुकवाए जाने की जांच की गई।
कौन-कौन फंसे हैं इस घोटाले में?
इस मामले में अब तक PSC अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और एग्जाम कंट्रोलर आरती वासनिक को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके अलावा:
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बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण गोयल
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उनका बेटा शशांक गोयल (डिप्टी कलेक्टर चयनित)
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और बहु भूमिका गोयल को भी अरेस्ट किया गया है।
CBI के हाथ लगे टेक्निकल एविडेंस
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छापे के दौरान कंप्यूटर हार्ड ड्राइव, मोबाइल फोन, बैंक ट्रांजैक्शन डिटेल्स और कॉल रिकॉर्ड्स भी खंगाले गए।
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इनसे PSC भर्ती में हुई गड़बड़ियों के डायरेक्ट लिंक मिलने की उम्मीद है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और केंद्र सरकार का रुख
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PSC 2021 भर्ती में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में गड़बड़ियों के आरोप लगे थे।
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एक ही परिवार से कई लोगों के चयन ने सवाल उठाए थे।
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पीएम नरेंद्र मोदी ने भी छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान दोषियों को बख्शने न देने की बात कही थी।
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भाजपा की सरकार बनने के बाद ही यह जांच CBI को सौंपी गई।
अब आगे क्या?
CBI अब सबूतों के आधार पर और गिरफ्तारियों की तैयारी में है। घोटाले की परतें खुलती जा रही हैं और अभी कई नाम सामने आने बाकी हैं।
